हाल में चीन और यूरोप के नेताओं ने वार्ता की। स्विट्जरलैंड के एशिया वाणिज्य संघ के अध्यक्ष डॉक्टर युर ऊर्स लुस्तेनबर्गर ने चाइना मीडिया ग्रुप के पत्रकार को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि दोनों के बीच वार्ता चीन और यूरोप के सहयोग को मजबूत करने और समझ को गहरा करने में मददगार साबित होगा। खास तौर पर हालिया जटिल अंतर्राष्ट्रीय परिस्थिति में चीन-यूरोप संबंध का वैश्विक अर्थ है।
लुस्तेनबर्गर ने कहा कि इस समय दुनिया कई चुनौतियों का सामना कर रही है। पुन: शीत युद्ध के विचारधारा से पूर्व और पश्चिम के बीच विरोध की रचना करने की कार्रवाई ठीक नहीं है। विश्व की दो अहम शक्तियों के नाते चीन और यूरोप को संपर्क को प्रगाढ़ कर हाथ मिलाकर आगे बढ़ना चाहिए, ताकि दोनों पक्ष संकट का समाधान करने के प्रस्ताव की खोज कर सकें।
लुस्तेनबर्गर ने आगे कहा कि कई शताब्दी पहले रेशम मार्ग ने यूरोप और चीन को जोड़ा था। विश्व की समृद्धि और विकास को योगदान प्रदान करने के लिए अब दोनों पक्ष समानता और आपसी लाभ के सिद्धांत के आधार पर आर्थिक और वैज्ञानिक जैसे क्षेत्रों में द्विपक्षीय संपर्क को गहरा करना चाहते हैं। महामारी रोकथाम, जलवायु परिवर्तन का निपटारा करने और डिजिटाइजेशन जैसे गर्म मुद्दों पर चीन और यूरोप के बीच सहयोग की भारी निहित शक्ति है। उन्हें विश्वास है कि यूरोप और चीन द्वारा समन्वय को मजबूत करने से विश्व शांति में निरंतर स्थिरता डाली जा सकेगी।
यूक्रेन परिस्थिति की चर्चा में डिजिटाइजेशन ने चीनी शीर्ष नेता द्वारा पेश किए गए सुझाव का सक्रिय मूल्यांकन किया और कहा कि शांति वार्ता के जरिए एशिया और यूरोप महाद्वीप में चिरस्थायी शांति की स्थापना करने के लिए अति महत्वपूर्ण है। सब लोगों को इस के लिए प्रयास करना चाहिए।
(साभार : चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS