चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 25 अप्रैल को एशियाई सांस्कृतिक विरासत संरक्षण गठबंधन के सम्मेलन को बधाई पत्र भेजा। अपने बधाई पत्र में उन्होंने कहा कि एशिया मानव सभ्यता का एक महत्वपूर्ण जन्मस्थान है। इसने एक अत्यंत समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को विकसित और संरक्षित किया है, और विश्व सभ्यता के विकास के इतिहास में एक समृद्ध अध्याय लिखा है।
शी चिनफिंग ने कहा कि साल 2019 में उन्होंने एशियाई सभ्यताओं के संवाद सम्मेलन में एशियाई सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण की वकालत की। पिछले 4 वर्षों में, सभी पक्षों ने सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया देते हुए समान प्रयास किए, प्राचीन सभ्यता अनुसंधान, संयुक्त पुरातत्व, ऐतिहासिक स्थलों का जीर्णोद्धार, तथा संग्रहालय आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग किया, और मानव सभ्यता के सार की रक्षा के लिए एशिया का नया योगदान दिया।
शी चिनफिंग ने बल देते हुए कहा कि एशियाई सांस्कृतिक विरासत संरक्षण गठबंधन की स्थापना एशियाई सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा को मजबूत करने, एशियाई सभ्यताओं के आदान-प्रदान को गहरा करने, विश्व सभ्यताओं के बगीचे को समृद्ध करने और मानव सभ्यता की प्रगति में योगदान देने के लिए अनुकूल है। चीन इस गठबंधन के ढांचे के तहत सांस्कृतिक विरासत संरक्षण में अनुभव के आदान-प्रदान को मजबूत करने, सांस्कृतिक विरासत के क्षेत्र में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को सक्रिय रूप से बढ़ावा देने, सभ्यताओं के बीच वैश्विक संवाद और सहयोग नेटवर्क बनाने, विभिन्न देशों के लोगों के बीच आपसी समझ व दोस्ती को बढ़ावा देने, और संयुक्त रूप से मानव सभ्यता के विकास व प्रगति को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न एशियाई देशों के साथ मिलकर काम करना चाहता है।
बता दें कि एशियाई सांस्कृतिक विरासत संरक्षण गठबंधन का सम्मेलन 25 अप्रैल को पश्चिमोत्तर चीन के शेनशी प्रांत की राजधानी शीआन में उद्घाटित हुआ, जिसका आयोजन चीनी संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय, राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत ब्यूरो और शेनशी प्रांत की जन सरकार के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS