केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी ने सोमवार को कहा कि वह देश की अर्थव्यवस्था पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के साथ बहस के लिए तैयार हैं।
रविवार को राज्य विधानसभा में दिए गए सीएम केसीआर के भाषण पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए केंद्रीय मंत्री ने आरोप लगाया कि उन्होंने अपनी निराधार टिप्पणियों से देश और इसके मेहनती लोगों का अपमान किया है।
किशन रेड्डी ने कहा, हम बहस के लिए तैयार हैं। क्या आप प्रेस क्लब या शहीद स्मारक आएंगे या चाहते हैं कि हम प्रगति भवन या आपके फार्महाउस आएं। भाजपा नेता ने मुख्यमंत्री से यह भी जानना चाहा कि क्या वह अपना इस्तीफा अपनी जेब में लेकर आएंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश का अब तक का सबसे अक्षम प्रधानमंत्री बताते हुए केसीआर ने आंकड़े जारी कर कहा था कि देश विभिन्न आर्थिक मानकों पर पिछड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा था कि अगर उनके द्वारा दिए गए आंकड़े गलत साबित हुए तो वह इस्तीफा देने को तैयार हैं।
किशन रेड्डी ने सोमवार को नई दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि केसीआर को वैसे भी कुछ महीनों के बाद इस्तीफा देना होगा क्योंकि तेलंगाना में भाजपा सत्ता में आएगी। किशन रेड्डी ने आरोप लगाया कि केसीआर ने केंद्र और प्रधानमंत्री को निशाना बनाने के लिए अपने कार्यालय और विधानसभा के बजट सत्र का दुरुपयोग किया।
उन्होंने कहा कि केसीआर ने अन्य देशों के साथ भारत की तुलना करने के लिए अपनी हदें पार कर दीं, लेकिन राज्य के बजट के बारे में एक शब्द भी नहीं बोला।
उन्होंने कहा कि केसीआर ने भारत की अर्थव्यवस्था की स्थिति के बारे में अपनी अज्ञानता से बात की और सुझाव दिया कि वह गूगल पर डेटा खोजे। किशन रेड्डी ने पूछा कि क्या केसीआर को नहीं पता था कि मनमोहन सिंह के कार्यकाल में भारत दुनिया की 11वीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था थी, लेकिन नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में यह पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई।
उन्होंने यह भी बताया कि अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने भविष्यवाणी की है कि भारत 2027 तक जर्मनी को पछाड़कर चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने राज्य की वित्त स्थिति पर केसीआर की चुप्पी पर सवाल उठाया और दावा किया कि तेलंगाना का ऋण जो 2014 में 60,000 करोड़ रुपये था, अब केसीआर सरकार द्वारा अंधाधुंध उधारी के कारण 5 लाख करोड़ रुपये हो गया है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कर्ज लेकर परियोजनाओं के नाम पर तेलंगाना में हजारों करोड़ रुपये की ठगी की गई।
भाजपा नेता ने पूछा कि तेलंगाना में परिवार शासन, डबल बेड रूम योजना, धरणी पोर्टल में अनियमितता, बेरोजगारी भत्ता और हर दलित परिवार को तीन एकड़ जमीन आवंटित करने के अधूरे वादे पर विधानसभा में बहस क्यों नहीं हुई।
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Source : IANS