एनईपी के तहत, शिक्षा मंत्रालय की शिक्षाविदों और विशेषज्ञों की राष्ट्रीय स्तर की समिति स्कूली शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम, प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम, शिक्षक की शिक्षा के लिए पाठ्यक्रम और प्रौढ़ शिक्षा के लिए एक अध्ययन ढांचा विकसित करेगी।
राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने के लिए शिक्षा मंत्रालय ने यह राष्ट्रीय संचालन समिति बनाई है। यह समिति एनईपी 2020 के ²ष्टिकोण के आधार पर चार राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा विकसित करेगी। इनमें स्कूली शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करना, छोटे बच्चे की देखभाल और शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम, शिक्षकों की शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा और प्रौढ़ शिक्षा के लिए राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करना शामिल है।
समिति के अध्यक्ष भारतीय अंतरिक्ष वैज्ञानिक के कस्तूरीरंगन हैं। के कस्तूरीरंगन ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का नेतृत्व किया है। साथ ही वह वह एनईपी, 2020 की मसौदा समिति के अध्यक्ष थे। के कस्तूरीरंगन के अलावा इस समिति में 11 अन्य सदस्यों को भी स्थान दिया गया है।
पाठ्यक्रम सुधारों के लिए इन चार क्षेत्रों से संबंधित एनईपी 2020 की सभी सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए, यह समिति स्कूली शिक्षा, छोटे बच्चों की देखभाल और पढ़ाई (ईसीसीई), शिक्षक शिक्षा और प्रौढ़ शिक्षा के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करेगी।
शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि समिति उपरोक्त सभी चार क्षेत्रों के विभिन्न पहलुओं पर नेशनल फोकस ग्रुप्स द्वारा अंतिम रूप दिए गए पत्रों पर चर्चा करेगी। यह समिति राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा के लिए टेक प्लेटफॉर्म पर आए राज्य पाठ्यक्रम की रूपरेखा से इनपुट हासिल करेगी।
समिति विभिन्न हितधारकों जैसे, राज्यों, केंद्र शासित प्रदेशों और एनसीईआरटी की कार्यकारी समिति (ईसी), जनरल बॉडी (जीबी) और केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (सीएबीई) की बैठकों से भी आए सुझावों को शामिल करने के बाद राष्ट्रीय पाठ्यक्रम की रूपरेखा को अंतिम रूप देगी। समिति का कार्यकाल तीन साल का होगा।
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Source : IANS