स्किल इंडिया के तहत ने सोमवार को देश भर के 400 स्थानों पर एक दिवसीय राष्ट्रीय शिक्षुता मेला का आयोजन किया। यह मेला स्किल इंडिया ने प्रशिक्षण महानिदेशालय (डीजीटी) और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के सहयोग से आयोजित किया गया।
मेला देश भर में 400 से अधिक स्थानों पर आयोजित किया गया था। इस पहल के तहत, लगभग एक लाख प्रशिक्षुओं को काम पर रखने और नियोक्ताओं को सही प्रतिभा का उपयोग करने में मदद मिलेगी। साथ ही प्रशिक्षण और व्यावहारिक कौशल प्रदान करने के साथ साथ इसे और विकसित करने में सहायता करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस कार्यक्रम में बिजली, रिटेल, दूरसंचार, आईटी, आईटीईएस, इलेक्ट्रॉनिक्स, मोटर वाहन और अन्य जैसे 30 से अधिक क्षेत्रों में काम कर रहे 2000 से अधिक संगठनों की भागीदारी दर्ज की गई।
इसके अलावा, इच्छुक युवाओं को वेल्डर, इलेक्ट्रीशियन, हाउसकीपर, ब्यूटीशियन, मैकेनिक आदि सहित 500 से अधिक ट्रेडों से जुड़ने और चयन करने का अवसर मिला।
मेले में, कौशल विकास कार्यक्रम के तहत प्रमाण पत्र हासिल कर चुके उम्मीदवार इस कार्यक्रम में शामिल हुए। जिन छात्रों ने कौशल प्रशिक्षण प्रमाणपत्र आईटीआई छात्र, डिप्लोमा धारक और स्नातक कम से कम कक्षा 5 उत्तीर्ण की है, वे शिक्षुता मेले में आवेदन करने के लिए पात्र हैं।
इससे पहले 1 अक्टूबर को आयोजित की गई शिक्षा मंत्रियों की 5वीं पूर्वी एशिया शिखर बैठक (ईएएस) में केंद्रीय शिक्षा और कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान कह चुके हैं कि भारत 21वीं सदी की आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए वैश्विक दक्षताओं का निर्माण कर रहा है।
केंद्रीय शिक्षा एवं कौशल विकास मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुताबिक रोजगार योग्य और प्रतिस्पर्धी मानव संसाधन तैयार करने के लिए भारत सरकार व्यावसायिक और कौशल आधारित शिक्षा को प्राथमिकता दे रही है। फिलहाल देश में 10,859 से अधिक व्यावसायिक स्कूलों में 13 लाख से अधिक छात्र व्यावसायिक प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
कौशल विकास मंत्रालय के मुताबिक 12 सौ से ज्यादा उच्च शिक्षण संस्थानों में कौशल विकास से जुड़े सैकड़ों नए पाठ्यक्रमों को मंजूरी दी गई है।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
Source : IANS