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भारत और इटली ने घनिष्ठ औद्योगिक और रक्षा संबंधों पर दिया जोर

भारत और इटली ने घनिष्ठ औद्योगिक और रक्षा संबंधों पर दिया जोर

Updated on: 07 May 2022, 02:55 AM

नई दिल्ली:

भारत और इटली के विदेश मंत्रियों ने शुक्रवार को मुलाकात की और विभिन्न क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच घनिष्ठ सहयोग पर विचार-विमर्श किया।

इटली के विदेश मंत्री लुइगी डि मायो ने अपने भारतीय समकक्ष एस. जयशंकर के साथ रक्षा के क्षेत्र सहित घनिष्ठ औद्योगिक सहयोग पर विचार-विमर्श किया और आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और साइबर अपराध से संबंधित आम चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की।

भारत की अपनी पहली आधिकारिक यात्रा पर आए इतालवी विदेश मंत्री मायो ने अपने भारतीय समकक्ष जयशंकर के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने 2020-2024 एक्शन प्लान को लागू करने में प्रगति समेत द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की गई। इस एक्शन प्लान को नवंबर 2020 में हुए वर्चुअल शिखर सम्मेलन में स्वीकार किया गया था।

दोनों मंत्रियों ने बढ़ते द्विपक्षीय व्यापार और निवेश संबंधों का स्वागत किया और साझा हित के नए क्षेत्रों में उनका विस्तार करने पर सहमति व्यक्त की।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इटली यात्रा के दौरान 2021 में घोषित एनर्जी ट्रांसिशन पर भारत-इटली रणनीतिक साझेदारी के कार्यान्वयन पर भी चर्चा की और गैस परिवहन, हरित हाइड्रोजन, जैव-ईंधन और ऊर्जा भंडारण जैसे क्षेत्रों में साझेदारी का पता लगाने पर सहमति व्यक्त की।

इसके अलावा, वे इस साल 17 नवंबर को नई दिल्ली में संयुक्त रूप से एनर्जी ट्रांसिशन और सर्कुलर इकोनॉमी पर भारत-इटली तकनीकी शिखर सम्मेलन आयोजित करने पर सहमत हुए।

दोनों नेताओं ने रक्षा के क्षेत्र में घनिष्ठ औद्योगिक सहयोग की संभावना पर भी जोर दिया।

उन्होंने आतंकवाद, हिंसक उग्रवाद और साइबर अपराध से संबंधित आम चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।

हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रमों के संदर्भ में, उन्होंने यूक्रेन, अफगानिस्तान और इंडो-पैसिफिक सहित आपसी हितों के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों और जी-20 सहित बहुपक्षीय मंचों में सहयोग पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।

दोनों मंत्रियों ने यूक्रेन में चल रहे मानवीय संकट पर अपनी चिंता व्यक्त की और शत्रुता को तत्काल समाप्त करने का आह्वान किया। उन्होंने संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सम्मान के साथ संयुक्त राष्ट्र चार्टर के आधार पर अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा के महत्व को भी रेखांकित किया।

यात्रा के दौरान, डि मायो ने वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के साथ एक बैठक की और एक व्यापार गोलमेज (बिजनेस राउंड-टेबल) की सह-अध्यक्षता की, जिसमें विशेष रूप से ऊर्जा, रक्षा, टिकाऊ गतिशीलता और बुनियादी ढांचा क्षेत्रों में शीर्ष व्यापारिक नेताओं की भागीदारी देखी गई।

उन्होंने गुरुवार को बेंगलुरु का दौरा किया था, जहां उन्होंने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से मुलाकात की और नए महावाणिज्य दूतावास के परिसर का उद्घाटन किया।

डि मायो ने अपने इतालवी प्रतिनिधियों के साथ भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन और भारतीय विज्ञान संस्थान का भी दौरा किया।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.