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कन्हैया कुमार हुए कांग्रेस में शामिल, कहा, लोकतंत्र को बचाना है

कन्हैया कुमार हुए कांग्रेस में शामिल, कहा, लोकतंत्र को बचाना है

Updated on: 28 Sep 2021, 09:15 PM

नई दिल्ली:

भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता कन्हैया कुमार और गुजरात से दलित नेता विधायक जिग्नेश मेवाणी मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए।

कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल और बिहार प्रभारी भक्त चरणदास ने दोनों नेताओं को कांग्रेस का पट्टा पहना कर पार्टी में शामिल करवाया।

पार्टी में शामिल होने से पहले दोनों नेताओं ने कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी से करीब 30 मिनट मुलाकात की। इस दौरान कन्हैया कुमार ने कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता का पर्चा भरा और कन्हैया ने गांधी-अम्बेडकर और भगत सिंह की एक फोटो राहुल गांधी को भेंट की।

कन्हैया ने कांग्रेस में शामिल होने के बाद कहा, शहीद-ए-आजम भगतसिंह को मैं नमन करता हूं। कुछ लोग इस देश की संस्कृति और चरित्र को खत्म करना चाहते हैं। बस्ती में जब आग लग जाती है तो बेडरूम को नहीं बचाया जा सकता है। इस देश की सबसे लोकतांत्रिक पार्टी में शामिल होना चाहता हूं। इस देश के इतिहास को कांग्रेस पार्टी अपने में समेटे हुए है।

कन्हैया ने कहा, मैं जहां पैदा हुआ, जहां पला-बढ़ा उस पार्टी ने मुझे पढ़ाया है, इस काबिल बनाया है। कांग्रेस पार्टी एक बड़ा जहाज है, कांग्रेस पार्टी बचेगी तो भगतसिंह के सपने बचेंगे।

उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने पर कहा, संघ परिवार- जो परिवार छोड़कर बनने वाले परिवार हैं, उससे अलग मैं कांग्रेस परिवार में शामिल हुआ हूं। मैं पार्टी को बचाने नहीं आया हूं, लोकतंत्र को बचाने के लिए जो भी पार्टी काम करेगी, मैं उसके साथ काम करूंगा।

कन्हैया ने कहा, मैं जेएनयू के चुनाव में कांग्रेस के खिलाफ लड़ा था। व्यक्ति आते हैं और जाते हैं संगठन से बड़ा नहीं होता। लेकिन जिस तरह से लेफ्ट पार्टी लड़ रही हैं, उसे स्पीड को बढ़ाना चाहिये।

वहीं जिग्नेश ने कहा, जो कहानी गुजरात से शुरू हुई, उस कहानी ने देशभर में जबरदस्त उत्पात मचाया। अंदर से मुझे यही आता है कि मुझे इस विचार से जुड़ना चाहिये। हालांकि टेक्निकली मैं इस पार्टी में शामिल नहीं हो सकता क्योंकि मैं एक निर्दलीय विधायक हूं, लोकतंत्र को बचाने के लिए हम साथ मिलकर लड़ेंगे। हजारों लाखों युवाओं को साथ में जोड़ेंगे। कांग्रेस के साथ जोड़ने का काम करेंगे।

रणदीप सुरजेवाला ने कहा, आज कांग्रेस पार्टी के लिये एक विशेष दिन है। कन्हैया और मेवाणी ने लगातार मोदी सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज उठाई। मोदी सरकार के खिलाफ ये एक और एक ग्यारह बन कर काम करेंगे।

इस मौके पर कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, देश में इन दोनों युवकों ने बेहद क्रीन्तिकारी अंदाज में काम किया। कांग्रेस पार्टी जिग्नेश और कन्हैया का तहे दिल से स्वागत करती है। इन नेताओं की विचारधारा कांग्रेस पार्टी और देश की युवा पीढ़ी को ऊर्जावान बनाएगी।

वहीं बिहार प्रभारी भक्त चरण दास ने कहा, शहीद भगत सिंह की जयंती पर राहुल गांधी के साथ दोनों नेताओं ने उन्हें माल्यार्पण किया। कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी ने राहुल गांधी से कई बार मुलाकात की। उम्मीद है कि दोनों नेता कांग्रेस के साथ एक मजबूत कड़ी की तरह काम करेंगे। बिहार की धरती कन्हैया का इंतजार कर रही है।

गौरतलब है कि अगले साल 2022 में पांच राज्यों में चुनाव है। शुरूआत में यूपी, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा, मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने हैं और फिर साल के अंत में गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनाव हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी को कन्हैया कुमार और जिग्नेश मेवाणी के शामिल होने से चुनाव प्रचार में काफी फायदा मिल सकता है।

जिग्नेश मेवाणी गुजरात में दलित आंदोलन का चेहरा रहे हैं। राजनीति में आने से पहले वह पत्रकार, वकील और दलित एक्टिविस्ट के तौर पर काम करते रहे हैं। वे अक्सर प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं।

वहीं छात्र आंदोलन से निकले कन्हैया ने बिहार लोकसभा चुनाव में बेगूसराय से चुनाव भी लड़ा था लेकिन बीजेपी के कद्दावर नेता गिरिराज सिंह से हार गए थे। हालांकि, कन्हैया ने अपने चुनाव प्रचार के दौरन पूरे देश का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था।

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