तीनों सेनाओं के जवानों द्वारा 17 तोपों की सलामी के साथ, भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत का अंतिम संस्कार शुक्रवार को दिल्ली छावनी के बरार स्क्वायर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ किया गया।
तीनों सेनाओं के बिगुलरों ने लास्ट पोस्ट और उसके बाद राउज बजाया। दिल्ली छावनी स्थित बरार स्क्वेयर अंत्येष्टि स्थल पर जनरल रावत और उनकी पत्नी के पार्थिव शरीर को उनकी बेटी ने मुखाग्नि दी, जिसके बाद दोनों की पार्थिव देह पंचतत्व में विलीन हो गईं।
इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने श्मशान घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की और दिवंगत रावत दंपति को श्रद्धांजलि दी।
सिंह ने एक ट्वीट में कहा, जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत को अंतिम श्रद्धांजलि दी। जनरल रावत ने देश की सेवा और रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। भारत उनके साहस, वीरता और देशभक्ति को याद रखेगा।
बुधवार को तमिलनाडु के कुन्नूर के पास भारतीय वायुसेना के हेलिकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद जनरल रावत, उनकी पत्नी और 11 अन्य सशस्त्र बलों के जवानों की मौत हो गई थी।
के. कामराज रोड स्थित दिवंगत जनरल के आवास से दिल्ली छावनी तक अंतिम संस्कार जुलूस निकाला गया। भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की अंतिम यात्रा की एक झलक पाने के लिए जुलूस के दौरान सैकड़ों लोग सड़क के दोनों ओर खड़े नजर आए।
थल सेना, नौसेना और वायु सेना के सभी रैंकों के कुल 99 अधिकारी और ट्राई-सर्विसेज बैंड के 33 सदस्य फ्रंट एस्कॉर्ट थे, जबकि तीनों सेनाओं के सभी रैंकों के 99 अधिकारियों ने रियर एस्कॉर्ट के रूप में काम किया। ब्रिगेडियर और समकक्ष रैंक के थल सेना, नौसेना और वायु सेना के 12 अधिकारी सतर्कता बनाए रखने के लिए खासतौर पर ड्यूटी पर रहे।
भारतीय सेना एक ऑनलाइन लिंक भी लेकर आई है जहां कोई भी दिवंगत अधिकारियों को श्रद्धांजलि दे सकता है।
मित्र देशों से भी कई वरिष्ठ सैन्य कमांडर जनरल रावत और उनकी पत्नी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए दिल्ली पहुंचे।
श्रीलंका से जनरल शैवेंद्र सिल्वा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और श्रीलंकाई सेना के कमांडर और एडमिरल रवींद्र चंद्रसिरी विजेगुनारत्ने (सेवानिवृत्त), पूर्व चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ और नेशनल डिफेंस कॉलेज में जनरल रावत के कोर्स मेट ने श्रद्धांजलि दी।
रॉयल भूटान आर्मी के डिप्टी चीफ ऑपरेशंस ऑफिसर ब्रिगेडियर दोरजी रिनचेन, नेपाली सेना के चीफ ऑफ जनरल स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल बाल कृष्ण कार्की और बांग्लादेश के सशस्त्र बल डिवीजन के प्रिंसिपल स्टाफ ऑफिसर लेफ्टिनेंट जनरल वाकर-उज-जमान ने भी उन्हें सम्मान दिया।
अंतिम संस्कार में कुल 800 सेवाकर्मी शामिल हुए।
इससे पहले दिन में, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता राहुल गांधी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, केंद्रीय मंत्री महेंद्र नाथ पांडे और कई अन्य लोगों ने जनरल रावत और उनकी पत्नी को दिल्ली में उनके आवास पर श्रद्धांजलि दी।
दुखद दुर्घटना के एक अन्य शिकार ब्रिगेडियर एल. एस. लिद्दर का भी बरार स्क्वायर में पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
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Source : IANS