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दिल्ली की शकूर बस्ती की महिलाओं ने राहुल गांधी से कहा, सताता है बुलडोजर का डर

दिल्ली की शकूर बस्ती की महिलाओं ने राहुल गांधी से कहा, सताता है बुलडोजर का डर

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IANS
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New Delhi

(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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कांग्रेस ने पार्टी के पूर्व प्रमुख राहुल गांधी के राष्ट्रीय राजधानी के शकूर बस्ती इलाके के दौरे और झुग्गीवासियों के साथ बातचीत का एक वीडियो साझा किया है। महिलाओं ने उनके घरों को बुलडोजर से धराशायी करने की आशंका जताई और महंगाई की बात कही।

दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रावास में गांधी के दौरे के बाद कांग्रेस ने पिछले सप्ताह अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर क्षेत्र की महिलाओं और अन्य निवासियों के साथ गांधी की बातचीत का वीडियो साझा किया।

वीडियो को ट्विटर पर शेयर करते हुए कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने लिखा, इन महिलाओं के साथ राहुल गांधी की बातचीत सुनिए। देखिए अमृत काल का सच।

वीडियो में इलाके की महिलाओं को कांग्रेस नेता के सामने पानी, शौचालय और बिजली की उचित सुविधा नहीं होने की अपनी समस्याओं को बताते हुए देखा जा सकता है।

महिलाओं ने गांधी को यह भी बताया कि वे लगातार बुलडोजर से अपने घरों को तोड़े जाने के डर में रहती हैं।

बुलडोजर के डर और क्षेत्र में उचित बुनियादी सुविधाएं नहीं होने के अलावा, महिलाओं ने यह भी बताया कि कीमतों में वृद्धि के कारण उनके लिए अपना घर चलाना कितना कठिन है और वे गैस सिलेंडर खरीदने या फिर से भरवाने में भी असमर्थ हैं।

वीडियो में, कांग्रेस नेता ने महिलाओं के समूह से पूछा कि क्या 2015 से विध्वंस अभियान का मुद्दा अब हल हो गया है।

उनके सवाल पर एक महिला ने उन्हें बताया कि फिलहाल इसे रोका गया है, लेकिन उन्हें नोटिस मिलते रहते हैं।

गांधी ने 2015 में शकूर बस्ती क्षेत्र का दौरा किया था, उस दौरान उन्होंने रेलवे द्वारा एक झुग्गी बस्ती को गिराने पर केंद्र सरकार और अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार की आलोचना की थी और बेघरों को आश्वासन दिया था कि वह उनके लिए लड़ेंगे।

कांग्रेस नेता ने क्षेत्र के बच्चों के साथ भी बातचीत की और एक वकील से भी बात की, जिसने अदालतों में विध्वंस मामले को देखा था।

वकील ने कांग्रेस नेता को जानकारी दी कि उनके निर्देश पर कांग्रेस नेता अजय माकन के नाम से मामले में जनहित याचिका दायर की थी।

वकील ने गांधी को बताया कि जनहित याचिका में यह निर्णय दिया गया था कि निवासियों को तब तक नहीं हटाया जाएगा, जब तक कि उन्हें रहने के लिए वैकल्पिक स्थान प्रदान नहीं किया जाता है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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