कांग्रेस ने पार्टी में लगातार सामने आ रहे अनुशासनहीनता के मामलों को देखते हुए अनुशासन समिति का पुनर्गठन किया है। पार्टी ने इसमें वरिष्ठ नेता और पूर्व रक्षा मंत्री एके एंटनी को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को तत्काल प्रभाव से अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति का पुनर्गठन किया है। पांच सदस्यीय पैनल की समिति एके एंटनी की अध्यक्षता में गठित की गई है। साथ ही पूर्व केंद्रीय मंत्री अंबिका सोनी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) से कांग्रेस में शामिल हुए वरिष्ठ नेता तारिक अनवर को भी इसमें शामिल किया गया है। वहीं दिल्ली के पूर्व सांसद जय प्रकाश अग्रवाल और जी परमेश्वर को भी पैनल में सदस्य बनाया गया है।
दरअसल हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कार्य समिति की बैठक में भी पार्टी नेताओं को अनुशासन का पाठ-पढ़ाया था। उन्होंने कहा था, मैं फिर इस बात पर जोर देना चाहूंगी कि अनुशासन और एकजुटता की जरूरत है। आप और हम सबके लिए यह मायने रखता है कि संगठन मजबूत हो। यह व्यक्तिगत आकांक्षाओं से ऊपर होना चाहिए। इसी में सामूहिक और व्यक्तिगत दोनों सफलताएं निहित हैं।
गौरतलब है कि आने वाले कुछ महीनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में कांग्रेस पार्टी का चुनावी अभियान, किसी नेता की बयानबाजी से नए विवाद में न फंस जाए। इसके मद्देनजर इस अनुशासनात्मक कार्रवाई समिति का पुनर्गठन किया गया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने अपनी किताब सनराइज ओवर अयोध्या में हिंदुत्व की तुलना एक कट्टरपंथी आतंकी संगठन से करके एक नया विवाद खड़ा कर दिया। इसी तरह से पंजाब के प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू लगातार पार्टी विरोधी बयान देते रहते हैं। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की ईंट से ईंट बजाने का बयान दिया था। वहीं कांग्रेस के जी-23 ग्रुप के नेता लगातार पार्टी विरोधी बयानबाजी करते रहे हैं। इन तमाम मामलों में ये समिति कार्रवाई कर सकती है।
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Source : IANS