छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उनकी मां के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं ने छत्तीसगढ़ के लोगों के कल्याण और विकास पर भी चर्चा की। सीएम ने पीएम मोदी से राज्य में माओवादी स्थिति पर भी विस्तार से बात की।
बघेल ने कहा कि मैंने उन्हें यह भी बताया कि महिलाओं के लिए रोजगार, कृषि आदि के लिए राज्य सरकार की योजनाएं कैसे प्रभाव डाल रही हैं। हाल ही में बघेल ने अपने बजट भाषण में राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) को वापस लाने का ऐलान किया था।
हालांकि, केंद्र ने नई पेंशन योजना (एनपीएस) में जमा किए गए 17 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राज्य की मांग को खारिज कर दिया। इस बीच, छत्तीसगढ़ सरकार ने सभी सरकारी कर्मचारियों को ओपीएस और एनपीएस के बीच चयन करने का विकल्प दिया, और फैसला दिया था कि अप्रैल 2022 के बाद नियुक्त सभी कर्मचारी ओपीएस के अनिवार्य सदस्य होंगे।
साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार ने 1 अप्रैल 2022 से पहले नियुक्त कर्मचारियों को एनपीएस में बने रहने या ओपीएस में शामिल होने का विकल्प पेश किया था। इसके लिए कर्मचारियों को शपथ पत्र देना था। यदि कोई कर्मचारी ओपीएस का विकल्प चुनता है, तो उसे 1 नवंबर 2004 से 31 मार्च 2022 तक सरकार के योगदान और लाभांश को एनपीएस अकाउंट में राज्य सरकार को जमा करना होगा।
वहीं, सरकारी कर्मचारियों को इस अवधि के दौरान एनपीएस में जमा कर्मचारी योगदान और लाभांश एनपीएस नियमों के तहत दिया जाएगा। मंत्रिपरिषद के निर्णय के अनुसार, पुरानी पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए सेवानिवृत्त सरकारी नौकरों को भी एनपीएस में जमा सरकार के अंशदान को राज्य सरकार के अकाउंट में जमा कराना होगा।
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Source : IANS