दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने सोमवार को परिवहन विभाग, दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) और दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम (डीआईएमटीएस) लिमिटेड के अन्य अधिकारियों के साथ इंद्रप्रस्थ डिपो से 100 नई लो-फ्लोर एसी सीएनजी बसों और एक नई इलेक्ट्रिक बस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इसी के साथ दिल्ली के सार्वजनिक बस बेड़े में बसों की संख्या 7001 हो गई है। इससे पहले, बसों की अधिकतम संख्या केवल 2010 राष्ट्रमंडल खेल के दौरान देखी गई थी जब बसों की कुल संख्या ने 6,000 का आंकड़ा पार किया था।
शामिल की गई नई बसें घुमनहेड़ा डिपो से दिल्ली के विभिन्न ट्रांजिट सेंटर जैसे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आनंद विहार आईएसबीटी आदि स्थानों पर दिल्ली के नागरिकों की सेवा में लगेंगी। दिल्ली सरकार दिल्ली की बस परिवहन प्रणाली और इसकी आवृत्ति को उच्चतम मानकों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि आम जनता को सफर करने में किसी दिक्कत का सामना न करना पड़े।
परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि, दिल्ली की बसें अब देश में एक सुरक्षित, सुलभ और सुविधाजनक परिवहन व्यवस्था की मिसाल हैं। फरवरी 2022 के महीने में हर दिन 30 लाख से अधिक लोगों ने डीटीसी और क्लस्टर बसों में यात्रा की, जो कि दिल्ली की आबादी का लगभग 14 फीसदी है।
दिल्ली के सार्वजनिक बस बेड़े ने पहली बार 7000 का आंकड़ा पार किया है। हमारी बसें सुरक्षित, सुविधाजनक और किफायती परिवहन का एक उदाहरण बन गई हैं । हम बसों की संख्या को बढ़ाना जारी रखेंगे, आने वाले वर्ष में 2000 प्लस इलेक्ट्रिक बसें हमारे बेड़े में शामिल होंगी।
सरकार के मुताबिक, जनवरी 2022 में ही, दिल्ली सरकार ने अपने परिवहन बेड़े में 200 से अधिक नई बसें शामिल की थीं, जिनमें 2 नई इलेक्ट्रिक बसें शामिल हैं जो उत्सर्जन मुक्त हैं और प्रदूषण को कम करने में मदद करती हैं।
इसके अलावा, सार्वजनिक परिवहन को बढ़ावा देने के लिए, दिल्ली सरकार बड़े पैमाने पर और अधिक सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसें जोड़ेगी। सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए, ये सभी बसें रीयल टाइम ट्रैकिंग, सीसीटीवी, पैनिक बटन और अलग-अलग दिव्यांग अनुकूल रैंप इत्यादि जैसी सुविधाओं के साथ आती हैं।
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Source : IANS