चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू छ्यान ने 25 नवम्बर को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 16 नवम्बर को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाईडन ने वीडियो वार्ता की और चीन-अमेरिका संबंध तथा द्विपक्षीय समान हित वाले सवालों पर गहन रूप से विचार-विमर्श किया। यह दोनों देशों के संबंधों और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों में एक अहम घटना है।
चीन-अमेरिका सैन्य संबंध द्विपक्षीय संबंधों का एक अहम भाग है। द्विपक्षीय स्वस्थ और स्थिर सैन्य संबंधों को बरकरार रखना दोनों देशों के समान हितों से मेल खाता है, साथ ही अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की समान प्रतीक्षा में भी है। चीन दोनों सेनाओं के बीच संबंधों को बड़ा महत्व देता है और अमेरिका के साथ आदान-प्रदान और सहयोग को बरकरार रखना चाहता है। चीन ने कई बार कहा कि दोनों सेनाओं के संबंधों का विकास करने के लिए चीन के पास सिद्धांत है, यानी चीन की प्रभुसत्ता, प्रतिष्ठा और कोर हितों का उल्लंघन नहीं किया जाना चाहिए। खास तौर पर थाईवान मसले पर चीन कोई भी रियायत नहीं देगा। इस पर अमेरिका को सही समझना चाहिए।
चीनी सेना अमेरिका के साथ उभय प्रयास कर आपसी सम्मान, शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व, सहयोग और साझी जीत के सिद्धांत के मुताबिक संपर्क को मजबूत करेगी, मतभेदों को नियंत्रित करेगी और सहयोग करेगी, ताकि द्विपक्षीय सैन्य संबंध स्वस्थ और स्थिर रूप से आगे विकसित कर सकें और चीन और अमेरिका दोनों देशों की जनता को लाभ दे सकें।
(साभार- चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)
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Source : IANS