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नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते को बड़ा झटका, पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटाए गए

पिछले साल केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस को पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है.

Updated on: 02 Jun 2020, 08:05 AM

नई दिल्ली:

पश्चिम बंगाल में 2021 के विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी ने प्रदेश इकाई में बड़ा फेरबदल किया है. आधे दर्जन से अधिक पार्टी नेताओं को हटाते हुए नए नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष, महामंत्री और सेक्रेटरी बनाया गया है. पिछले साल केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून (CAA-सीएए) के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले नेताजी सुभाष चंद्र बोस के पोते चंद्र कुमार बोस (Chandra Kumar Bose) को पार्टी ने प्रदेश उपाध्यक्ष पद से हटा दिया है. माना जा रहा है कि पार्टी विरोधी स्टैंड के कारण उनसे जिम्मेदारी छीनी गई है.

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बॉलीवुड अभिनेत्री अग्निमित्रा पॉल को महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. भाजपा के पश्चिम बंगाल इकाई की ओर से जारी सूचना के मुताबिक, कुल 12 नेताओं को प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी मिली है. जिसमें बैरकपुर से सांसद अर्जुन सिंह, बांकुड़ा से सांसद सुभाष सरकार, देबाशीश मित्र, राजकमल पाठक, रितेश तिवारी प्रमुख हैं. रितेश तिवारी अभी तक प्रदेश सेक्रेटरी के तौर पर कार्य कर रहे थे. इस प्रकार पार्टी ने उन्हें प्रमोशन देकर प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया है.

पार्टी ने कुल पांच नेताओं को प्रदेश महामंत्री बनाया है. जिसमें पुरुलिया लोकसभा सीट से सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, हुगली से सांसद लॉकेट चटर्जी, रथिन बसु, संजय सिंह, सयांतन बसु हैं. दस नेताओं को प्रदेश सचिव ( सेक्रेटरी) की जिम्मेदारी मिली है. जिसमें विधायक सब्यसाची दत्ता, तुषार मुखर्जी, अरुण हल्दर, दीपांजन गुहा, विवेक सोनकर आदि शामिल हैं.

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सांसद सौमित्र खान को युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. इसी तरह बॉलीवुड की अभिनेत्री अग्निमित्रा पॉल को महिला मोर्चा का अध्यक्ष और सांसद खगेन मुर्मू को एसटी मोर्चा का अध्यक्ष बनाया गया है.