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Nepal-India Border Dispute: पिथौरागढ़ में भारतीय मजदूरों पर नेपाल की तरफ से पत्थरबाजी

Stone pelting at Indian workers from Nepal side in Pithoragarh: भारत पिथौराढ़ में तटबंध का निर्माण कर रहा है. चूंकि बारिश के समय तेज कटाव की वजह से लगातार समस्याएं खड़ी होती हैं. ऐसे में भारत के लिए तटबंध का निर्माण बेहद जरूरी है. लेकिन...

Updated on: 04 Dec 2022, 11:57 PM

highlights

  • पिथौरागढ़ में नेपाल की तरफ से पत्थरबाजी
  • भारतीय जमीन पर हक जताने लगे नेपाली युवक
  • लाठीचार्ज में कई युवक हुए घायल

नई दिल्ली:

Stone pelting at Indian workers from Nepal side in Pithoragarh: भारत पिथौराढ़ में तटबंध का निर्माण कर रहा है. चूंकि बारिश के समय तेज कटाव की वजह से लगातार समस्याएं खड़ी होती हैं. ऐसे में भारत के लिए तटबंध का निर्माण बेहद जरूरी है. लेकिन तटबंध निर्माण स्थल पर काम कर रहे भारतीय मजदूरों पर रविवार को नेपाल की तरफ से जमकर पत्थरबाजी की गई. पत्थरबाजी में कई मजदूर घायल भी हुए हैं. इस पत्थरबाजी के दौरान नेपाली सुरक्षा बलों ने लोगों को रोकने तक की कोशिश नहीं की. जिसके बाद पत्थरबाजों के हौसले बढ़ गए. और उन्होंने तटबंध स्थल पर जाने वाले रास्ते को बंद कर दिया.

नेपाल की तरफ से पत्थरबाजी

पिथौरागढ़ में जिस जगह पर भारत तटबंध का निर्माण कर रहा है, उस जगह को नेपाल अपना बताता है. उसने कुछ समय पहले ही विवादित जगहों को अपने नक्शे पर जबरदस्ती शामिल कर लिया था. लेकिन भारत हमेशा से उस जगह को अपना ही बताता रहा है और हमेशा से वहां पर भारतीय लोगों का ही कब्जा रहा था. ऐसे में उसने तटबंध का निर्माण कार्य शुरू किया है. लेकिन नेपाल की तरफ से कुछ उपद्रवियों ने निर्माण कार्य को रोकने की कोशिश की और मजदूरों पर पत्थरबाजी की. इसके बाद उन्होंने तटबंध स्थल की तरफ जा रहे नेपाली रास्ते को बंद कर दिया. इस वजह से दोनों तरफ काफी भीड़ इकट्ठी हो गई. दरअसल, जिस जगह पर ये सब हो रहा है, वहां से नदी के दूसरी ओर नेपाल ही है. लेकिन नेपाल अब इधर भी अपना दावा जताने लगा है.

भारतीय मजदूर हुए घायल

इस पत्थरबाजी का भारतीय सुरक्षा बलों ने विरोध किया. नेपाली सुरक्षा बलों ने बाद में रास्ता खुलवाने के लिए लाठीचार्ज भी किया. हालांकि इस लाठीचार्ज में भी भारतीय मजदूरों को निशाना बनाए जाने की खबर है, जिसमें कई मजदूर घायल हुए हैं. काफी नेपाली युवक भी घायल हुए हैं. इस पूरी घटना के बाद भी भारतीय मजदूर अपने काम में लगे हुए हैं. लाठीचार्ज के बाद रास्ते को खोल दिया गया है. जिस जगह पर ये पत्थरबाजी हुई, वो धारचूला नाम से जाना जाता है. काली नदी के इस पार ही चैनलाइज तटबंध का निर्माण कार्य चल रहा है, जिसका नेपाल के लोग विरोध कर रहे हैं.