नागालैंड के मुख्यमंत्री और नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी) के वरिष्ठ नेता नेफ्यू रियो ने सोमवार को कहा कि 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में विपक्षी दलों से ज्यादा चुनौती नहीं है।
उत्तरी अंगामी-द्वितीय विधानसभा क्षेत्र में अपना नामांकन भरने के बाद रियो ने कहा कि एनडीपीपी-बीजेपी गठबंधन आसानी से नागालैंड में सत्ता बनाए रखेगा।
मुख्यमंत्री ने मीडिया से कहा, इसमें कोई संदेह नहीं है कि गठबंधन (एनडीपीपी-बीजेपी) प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापस आएगा। हम जल्द ही साझा न्यूनतम कार्यक्रम की घोषणा करेंगे। उन्होंने कहा कि लोग सर्वदलीय संयुक्त जनतांत्रिक गठबंधन (यूडीए) सरकार के प्रदर्शन पर गठबंधन को वोट देंगे। एनडीपीपी और बीजेपी ने 2018 का चुनाव 40:20 सीटों के बंटवारे के फॉमूर्ले के साथ लड़ा था और उन्होंने पिछले साल जुलाई में ही इसी फॉर्मूले के साथ आगे बढ़ने का फैसला किया था।
रियो ने ट्वीट किया : आगामी नागालैंड विधानसभा चुनाव 2023 के लिए 11 उत्तरी अंगामी-द्वितीय ए/सी के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। मैं अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों को अब तक मुझ पर विश्वास करने के लिए धन्यवाद देता हूं, और मैं विनम्रतापूर्वक उनका आशीर्वाद और समर्थन फिर से मांगता हूं।
उपमुख्यमंत्री और भाजपा विधायक दल के नेता यानथुंगो पैटन ने भी त्युई विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता नलिन कोहली भी थे।
27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवारों के अलावा 12 राजनीतिक दल मैदान में हैं। इनमें राइजिंग पीपुल्स पार्टी, नॉर्थ ईस्ट डेमोक्रेटिक फ्रंट, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया-अठावले और लोक जनशक्ति पार्टी-रामविलास ने पहली बार अपने उम्मीदवार खड़े किए।
आम आदमी पार्टी ने कहा कि वह मंगलवार को उम्मीदवारों के नामों की घोषणा करेगी, जो नामांकन दाखिल करने की आखिरी तारीख भी है। नागा पीपुल्स फ्रंट (एनपीएफ) ने 22 उम्मीदवारों की घोषणा की है, और कांग्रेस ने अब तक 25 उम्मीदवारों के नाम जारी किए हैं।
एनपीएफ के अध्यक्ष शूरहोजेली लीजित्सु ने कहा कि पार्टी सभी 60 सीटों पर उम्मीदवार नहीं उतारेगी। एनपीएफ विधायक दल के नेता कुझोलुजो निएनु ने कहा कि नागा अब गंदी राजनीति के शिकार हो गए हैं और पैसा ही निर्णायक कारक है। एनपीएफ को पिछले साल अप्रैल में उस समय करारा झटका लगा था, जब पूर्व मुख्यमंत्री टीआर जेलियांग के नेतृत्व वाले एनपीएफ के 26 में से 21 विधायकों ने खुद को एनडीपीपी में विलय कर लिया था और केंद्र सरकार के साथ नागा राजनीतिक संवाद में तेजी लाने के लिए सर्वदलीय संयुक्त जनतांत्रिक गठबंधन (यूडीए) सरकार का गठन किया।
इस बार जेलियांग एनडीपीपी के उम्मीदवार के रूप में पेरेन निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।
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Source : IANS