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NEET Paper Leak Case( Photo Credit : Social Media)
NEET Paper Leak Case: नीट पेपर लीक को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है. नीट पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया ने पेपर लीक करने के लिए तकनीक की मदद ली और उसके लिए उसने झारखंड के जामताड़ा के साइबर क्रिमिनल्स का सहारा लिया. नीट और यूजीसी-नेट पेपर लीक को लेकर डार्कनेट कनेक्शन भी सामने आया है. डार्कनेट के जरिए नीट और नेट के पेपर लीक की साजिश रची गई थी. पेपर लीक के लिए साइबर अपराधियों की मदद ली गई थी.
यही नहीं नीट का पेपर बेचने के लिए उसने टेलीग्राम ग्रुप भी बनाया. टेलीग्राम पर ही अभ्यर्थियों को पेपर के लिंक दिए गए थे. इस टेलिग्राम ग्रुप का जिक्र खुद शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने किया था. पेपर लीक होने के बाद पेपर को टेलिग्राम ग्रुप पर डाला गया. जांच में खुलासा हुआ है कि एनटीए की वेबसाइट से जानकारियां हैक की गई थीं. बता दें कि यूजीसी नेट की परीक्षा 18 जून को हुई थी. पेपर लीक में विदेशी ताकतों का शामिल होने की आशंका है.
कैसे और कब किया गया यूजीसी नेट पेपर
सूत्रों के मुताबिक, हैकर्स ने यूजीसी नेट पेपर को टेलीग्राम ग्रुप पर लीक किया गया था. पेपर लीक करने के लिए पहले एनटीए की वेबसाइट को हैक किया गया. इसके बाद पेपर लीक किया गया. इसके बाद टेलीग्राम प्रुप पर परीक्षा से जुड़ी तमाम जानकारियां लीक की गईं. ये सबकुछ उस वक्त हुआ जब पहली शिफ्ट में छात्र परीक्षा दे रहे थे. हैकर्स ने पेपर लीक के लिए डार्क वेब का इस्तेमाल किया.
सूत्रों से मिली जानकारी में सामने आया है कि हैकर्स इंडोनेशिया की भाषा में बात कर रहे थे. टेलीग्राम ग्रुप के स्क्रीन शॉट्स से कई अहम जानकारियां मिली हैं. हैकर्स चैट के दौरान एनटीए की वेबसाइट को हैक करने का दावा कर रहे थे. हैकर्स दावा कर रहे थे पेपर के अलावा उनके पास तमाम जानकारियां हैं.
Source : News Nation Bureau