पश्चिम बंगाल में राष्ट्रीय चिकित्सा प्रवेश परीक्षा (नीट) के आयोजन में अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इसके लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की मांग की है और दोबारा से परीक्षा कराने का सुझाव दिया है।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से आयोजित राष्ट्रीय योग्यता प्रवेश परीक्षा (नीट) चिकित्सा कोर्स या दंत चिकित्सा कोर्स में पढ़ाई की इच्छा रखने वाले छात्रों के लिए प्रवेश परीक्षा है। यह परीक्षा 6 मई को आयोजित की गई थी।
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर को लिखे एक पत्र में बनर्जी ने संस्थागत स्तर पर राज्य सरकार की भागीदारी के साथ सहयोग तंत्र का सुझाव दिया है और भविष्य में परीक्षा के आयोजन में सीबीएसई द्वारा सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों की बात कही है।
उन्होंने कहा, 'कई परीक्षों केंद्रों से ऐसी खबरें आई कि छात्रों को बंगाली प्रश्न पत्र समय पर मुहैया नहीं कराया गया। कई छात्रों को प्रश्नपत्रों की प्रतियां उपलब्ध कराई गईं, जिसमें एक उम्मीदवार का कोड़ कई छात्रों के प्रश्न पत्रों पर छपा हुआ था। बहुत से मामलों में प्रश्नपत्रों की प्रतियां अस्पष्ट थीं।'
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मुख्यमंत्री ने कहा, 'ऐसी भी खबरें आई हैं कि कई छात्रों को अंग्रेजी और हिंदी प्रश्नपत्रों का प्रयोग कर जवाब लिखने के लिए मजबूर किया गया।'
मुख्यमंत्री ने कहा, 'मैं कठोरता से इन अनियमितताओं के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई और उचित प्रश्नपत्रों की गैर उपलब्धता के कारण उम्मीदवारों को हुई परेशानी के लिए उचित उपाय निकालने का आग्रह करती हूं।'
उन्होंने कहा, 'और अगर जरूरत पड़ती है दोबारा से परीक्षा कराकर सभी उम्मीदवारों को उचित अवसर दिया जाए।'
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Source : IANS