logo-image

NEET 2022: परीक्षा केंद्र पर छात्राओं के उतरवाए गए अंडर गारमेंट्स, लड़कियों ने उठाया यह बड़ा कदम

मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET 2022): नीट 2022 के दौरान केरल से बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आई है. यहां तकरीबन 100 छात्राओं को परीक्षा केंद्र पर अंडरगारमेंट्स तक उतारने के लिए मजबूर किया गया और यह सब हुआ अंडर गारमेंट्स में लगे पिन और हुक की वजह से.

Updated on: 18 Jul 2022, 06:37 PM

तिरुवनंतपुरम:

मेडिकल प्रवेश परीक्षा (NEET 2022): नीट 2022 के दौरान केरल से बहुत ही शर्मनाक खबर सामने आई है. यहां तकरीबन 100 छात्राओं को परीक्षा केंद्र पर अंडरगारमेंट्स तक उतारने के लिए मजबूर किया गया और यह सब हुआ अंडर गारमेंट्स में लगे पिन और हुक की वजह से . दरअसल, परीक्षा प्रोटोकॉल के हिसाब से परीक्षा केंद्र में किसी भी छात्र-छात्रा को धातु की वस्तु या सामान पहनने की अनुमति नहीं है. इसे परीक्षा में धोखाधड़ी से बचने का उपाय बताया जा रहा है. हालांकि, एडवाइजरी बेल्ट का उल्लेख तो किया गया है, लेकिन इसमें ब्रा जैसे अंडरगारमेंट्स का कोई भी उल्लेख नहीं है. यह घटना केरल राज्य के कोल्लम स्थित परीक्षा केंद्र में हुई. इस घटना से आहत लड़कियों और उनके परिजनों ने परीक्षा केंद्र के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. 

मेडिकल प्रवेश परीक्षा से पहले छात्राओं को उस समय अपमान का सामना करना पड़ा, जब परीक्षा केंद्र में दाखिल होने से पहले उन्हें अपनी ब्रा उतारने के लिए मजबूर किया गया. दरअसल, परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने से पहले उन्हें जांच प्रक्रिया के दौरान मेटल डिटेक्शन स्टेज पर इनरवियर को हटाने के लिए कहा गया. इससे नाराज छात्रों ने शिकायत की है कि परीक्षा को पास करने की कोशिश से ठीक पहले उन्हें मानसिक आघात का सामना करना पड़ा. पीड़ित छात्रों के परिजनों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है. प्राथमिक सूचना के मुताबिक करीब 100 लड़कियों को इस स्थिति का सामना करना पड़ा. इसको लेकर पीड़िताओं ने कोट्टारक्करा के पुलिस उपाधीक्षक के पास शिकायत दर्ज कराई है.

यह भी पढ़ेंः GST दरों में बढ़ोतरी पर राहुल गांधी ने साधा निशाना, बोले- 'गब्बर सिंह ने फिर किया हमला'

पीड़ित छात्राओं के मुताबिक जब वे परीक्षा देकर बाहर निकलीं तो उन्हें सारे अंडरगारमेंट्स डिब्बों में एक साथ फेंके हुए मिले. वहीं, मामले में जब केरल के मार्थोमा इंस्टीट्यूट ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में स्थित अयूर चडयमंगलम केंद्र के प्रबंधक से मीडिया ने बात की तो उन्होंने यह कहते हुए जिम्मेदारी लेने से इनकार कर दिया कि छात्राओं की तलाशी और बायोमेट्रिक जांच बाहरी एजेंसियों द्वारा की गई थी. इससे संस्थान का कोई लेना-देना नहीं है.