उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान (आरजीएसए) के तहत लगभग 2,492 पंचायत भवनों को डिजिटल कर दिया है।
एक सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, इस कदम से ग्रामीण क्षेत्रों में कल्याणकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने में मदद मिली है। पंचायत भवनों के माध्यम से ग्रामीण जनता को शासन एवं प्रशासन संबंधी मामलों की जानकारी भी उपलब्ध कराई जा रही है।
प्रवक्ता ने कहा कि इस बीच, राज्य में ही रोजगार के अवसर खोजने में मदद करने के लिए लगभग 10 लाख युवाओं को कौशल विकास का प्रशिक्षण दिया गया है।
इसके अलावा, सरकार ने मनरेगा के तहत 116 करोड़ श्रम दिवसों का निर्माण किया है और सत्ता में आने के बाद से लगभग 1.5 करोड़ लोगों को काम प्रदान किया है। सरकार ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है और लगभग 48,565 स्वयं के साथ 5 लाख से अधिक समितियों का गठन किया है। सामुदायिक शौचालयों के रखरखाव की जिम्मेदारी सहायता समूहों को दी जा रही है।
इसके अलावा खुले में शौच पर रोक लगाने के लिए 52,634 सामुदायिक शौचालयों का निर्माण किया गया है।
ग्रामीण स्थानीय शासन को स्थानीय विकास आवश्यकताओं के प्रति अधिक उत्तरदायी बनाने और सभी को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करने के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय स्थापित किए गए हैं।
राज्य सरकार ने भी गांवों को एक दिन में कम से कम 20-22 घंटे के लिए निर्बाध बिजली आपूर्ति प्रदान की है। राज्य सरकार ने भी बड़े पैमाने पर नदियों के पुनरुद्धार का काम शुरू किया है।
राज्य सरकार ने लगभग 25 नदियों को पुनर्जीवित किया है और 70,806 तालाब बनाए गए हैं, जिससे किसानों को अपनी फसलों की सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल सके।
गांवों के विकास के लिए ग्रामीण सड़क संपर्क में सुधार के लिए सड़कों का निर्माण युद्ध स्तर पर किया गया। पीएम ग्राम सड़क योजना के तहत 10,162 किलोमीटर से अधिक लंबी ग्रामीण सड़कों का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है।
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Source : IANS