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पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों ने ट्वीट में क्षेत्र को बहिष्कृत करने के लिए राहुल की निंदा की

पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों ने ट्वीट में क्षेत्र को बहिष्कृत करने के लिए राहुल की निंदा की

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IANS
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(source : IANS)( Photo Credit : (source : IANS))

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पूर्वोत्तर राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने गुरुवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर अपने ट्वीट में इस क्षेत्र को बाहर करने का आरोप लगाया।

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने गुरुवार को ट्वीट किया : हमारे संघ में ताकत है। हमारी संस्कृतियों का संघ। हमारी विविधता का संघ। हमारी भाषाओं का संघ। हमारे लोगों का संघ। हमारे राज्यों का संघ। कश्मीर से केरल तक। गुजरात से पश्चिम तक। बंगाल। भारत अपने सभी रंगों में सुंदर है। भारत की भावना का अपमान मत करो।

असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल की आलोचना करते हुए ट्वीट किया : भारत सिर्फ एक संघ से परे है। हम एक गौरवशाली राष्ट्र हैं। भारत को आपके टुकड़े-टुकड़े दर्शन का बंधक नहीं बनाया जा सकता। राष्ट्र, राष्ट्रीयता और राष्ट्रवाद के साथ आपकी समस्या क्या है? और हैलो- बंगाल से परे, हम पूर्वोत्तर मौजूद हैं।

मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने अपने ट्वीट में कहा : यह मुझे चकित करता है कि एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता बयानों में पूर्वोत्तर भारत के अस्तित्व की उपेक्षा करता है। जब इस क्षेत्र के अस्तित्व को स्वीकार ही नहीं किया जाता है, तो कांग्रेस मणिपुर के लोगों से कैसे वोट मांग रही है?

मणिपुर की 60 सीटों वाली विधानसभा के लिए दो चरणों में 28 फरवरी और 5 मार्च को मतदान होगा।

कांग्रेस नेता की आलोचना करते हुए, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने अपने ट्वीट में कहा : प्रचार करने के लिए, श्री राहुल गांधी हमारे सुंदर पूर्वोत्तर राज्यों को भूल गए हैं। अपने परदादा की तरह, उन्होंने हमारे क्षेत्र को बाहर कर दिया? हमें भी गर्व है। भारत का हिस्सा। आपकी अज्ञानता आपकी पार्टी के पूर्वोत्तर से पूरी तरह से सफाया होने का कारण है।

आठ पूर्वोत्तर राज्यों में से भाजपा असम, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में सत्ता में है, जबकि एनडीए के सहयोगी मेघालय, नागालैंड, मिजोरम और सिक्किम में शासन कर रहे हैं।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.

Source : IANS

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