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राज्यसभा में NDA की स्थिति मजबूत हुई, कांग्रेस अपने न्यूनतम आंकड़े पर पहुंची

भाजपा के राज्यसभा की नौ सीटें जीतने के साथ ही संसद के ऊपरी सदन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों की संख्या 100 के पार चली गई. दूसरी तरफ, लंबे समय तक राज्यसभा में दबदबा रखने वाली कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 38 तक पहुंच गई.

Updated on: 02 Nov 2020, 11:39 PM

दिल्ली:

भाजपा के सोमवार को राज्यसभा की नौ सीटें जीतने के साथ ही संसद के ऊपरी सदन में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के सदस्यों की संख्या 100 के पार चली गई. दूसरी तरफ, लंबे समय तक राज्यसभा में दबदबा रखने वाली कांग्रेस के सदस्यों की संख्या घटकर 38 तक पहुंच गई. यह सदन में कांग्रेस का अब तक का न्यूनतम आंकड़ा है. उत्तर प्रदेश में 10 और उत्तराखंड में एक सीट पर हुए चुनाव में भाजपा के खाते में नौ सीटें गईं.

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री हरदीप पुरी समेत उसके नौ उम्मीदवार उत्तर प्रदेश से निर्विरोध चुने गए हैं. इन नौ सीटों के साथ ही ऊपरी सदन में भाजपा की संख्या 92 हो गई. उत्तर प्रदेश में उसे कुल छह सदस्यों का फायदा हुआ है, क्योंकि उसके तीन लोग फिर से निर्वाचित हुए हैं. बिहार में भाजपा की सहयोगी जद (यू) के राज्यसभा में पांच सदस्य हैं. इसके साथ ही राजग में शामिल आरपीआई-आठवले, असम गण परिषद, मिजो नेशनल फ्रंट, नेशनल पीपुल्स पार्टी, नगा पीपुल्स फ्रंट, पट्टाली मक्कल काची (पीएमके) और बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के सदन में एक-एक सदस्य हैं.

इस तरह से राज्यसभा में अब राजग के कुल सदस्यों की संख्या 104 हो गई है. वर्तमान समय में सदन में कुल सदस्यों की संख्या 242 है. जरूरत पड़ने पर भाजपा के नेतृत्व वाला गठबंधन राजग अन्नाद्रमुक के नौ, बीजू जनता दल के नौ, तेलंगाना राष्ट्र समिति के सात और वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के छह सदस्यों का समर्थन हासिल कर सकता है. ये पार्टियां अतीत में कई मौकों पर राजग के साथ खड़ी नजर आई हैं. राज्यसभा के ताजा चुनाव में कांग्रेस को दो, समाजवादी पार्टी को तीन और बसपा को एक सीट का नुकसान उठाना पड़ा है.