विपक्ष को 'शर्मसार' करने की रणनीति के तहत एनडीए और बीजेपी (भारतीय जनता पार्टी) के सांसदों ने संसद में हुए हंगामे के कारण 23 दिनों का वेतन और भत्ता नहीं लेने का फैसला लिया।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा, 'बीजेपी और एनडीए सांसदों ने 23 दिनों के वेतन और भत्ते को नहीं लेने का फैसला लिया है।'
संसदीय गतिरोध के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार बताते हुए कुमार ने कहा कि पार्टी 'लोकतंत्र विरोधी' राजनीति कर रही है। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही नहीं चल पाई।
कुमार ने कहा, 'लोकसभा और राज्यसभा में कांग्रेस के अलोकतांत्रिक रवैये की वजह से काम नहीं हो पाया। हम उनसे सभी मुद्दे पर बात करने को तैयार हैं लेकिन वह सदन को काम नहीं करने दे रहे हैं।'
उन्होंने कहा, 'यह पैसा हमें लोगों की सेवा करने के बदले में मिलता है। अगर हम यह काम नहीं कर पाते हैं तो हमें जनता का पैसा लेने का कोई हक नहीं है।'
गौरतलब है कि बजट सत्र के दूसरे चरण में विपक्षी दलों के हंगामे की वजह से संसद की कार्यवाही हंगामे की भेंट चढ़ चुकी है।
विपक्षी दलों ने जहां इस दौरान लोकसभा में लगातार सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश करने की असफल कोशिश की, वहीं सरकार ने कहा कि वह अविश्वास प्रस्ताव समेत सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार हैं, लेकिन विपक्ष ही चर्चा से भाग रहा है।
संसद का बजट सत्र शुक्रवार यानी 6 अप्रैल को खत्म हो रहा है।
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HIGHLIGHTS
- संसद में हुए हंगामे के कारण एनडीए और बीजेपी के सांसद नहीं लेंगे सैलरी
- बीजेपी और एनडीए के सांसदों ने 23 दिनों की सैलरी नहीं लेने का फैसला लिया
Source : News Nation Bureau