मोदी सरकार के चार साल पूरे होने पर आज पटना में एनडीए नेताओं की अहम बैठक होगी। बैठक में बीजेपी नेताओं के अलावा जेडीयू अध्यक्ष और सीएम नीतीश कुमार समेत गठबंधन के तमाम दलों के नेता हिस्सा लेंगे।
बैठक के बाद गठबंधन के सभी दलों के लिए ज्ञान भवन में एक भोज का भी आयोजन किया जाएगा।
माना जा रहा है की बैठक में मोदी सरकार के चार सालों के कार्यकाल की उपलब्धियों के अलावा बिहार में हाल ही में हुए उप-चुनावों में एनडीए को मिली करारी हार पर भी मंथन होगा। इस बैठक को 2019 के लोकसभा चुनाव से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
इस बैठक को बीजेपी की तरफ से गठबंधन के सहयोगी दलों को अपने साथ बनाए रखने और उनकी समस्या सुनने की एक कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है।
चूंकि अब लोकसभा चुनाव में सिर्फ एक साल का समय रह गया है ऐसे में एनडीए नेताओं की कोशिश है कि आपसी समन्वय सिर्फ वरिष्ठ नेताओं में ही नहीं बल्कि जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं में भी दिखे। इसके लिए जिला से लेकर राज्य सत्र तक एनडीए संयोजक बनाए जाने के प्रस्ताव पर भी बात होगी।
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एनडीए के इस बैठक में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद के अलावा एलजेपी अध्यक्ष रामविलास पासवान, आरएलएसपी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय, पशुपति कुमार पारस भी समेत करीब 500 नेता हिस्सा लेंगे।
गौरतलब है कि एनडीए के बैठक से ठीक पहले नीतीश कुमार की अध्यक्षता में जेडीयू की भी बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद जेडीयू की तरफ से कहा गया था कि राज्य में आने वाला लोकसभा चुनाव पार्टी बड़े भाई की हैसियत से लड़ेगी और कम से कम सीटों पर अपना उम्मीदवार उतारेगी। एनडीए में बिहार के 40 लोकसभा सीटों के लेकर अभी से बंटवारे की मांग हो रही है।
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Source : News Nation Bureau