आगामी लोकसभा चुनाव से ठीक पहले एनडीए से टीडीपी के अलग होने से बीजेपी को झटका लगा है। वहीं एनडीए में शामिल जेडीयू ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है।
आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग नहीं माने जाने से नाराज़ राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने पिछले हफ़्ते मोदी मंत्रिमंडल से अपने दो मंत्रियों अशोक गजपति राजू और वाईएस चौधरी को बाहर कर लिया था।
एनडीए की सहयोगी दल जेडीयू ने टीडीपी के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। पार्टी के प्रवक्ता केसी त्यागी ने कहा, 'बड़े गठबंधन में छोटे-मोटे मतभेद उबरते रहते हैं। एनडीए सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन टीडीपी का एनडीए से समर्थन वापस लेना दुर्भाग्यपूर्ण है।'
गुरुवार को वाईएसआर ने भी इसी विशेष दर्जे की मांग को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लोकसभा में दिया जिसका समर्थन करने का फैसला टीडीपी ने किया था। तभी से अटकलें लगाई जा रही थीं कि टीडीपी एनडीए गठबंधन से बाहर हो सकती है।
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सूत्रों के मुताबिक आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्र बाबू नायडू की पार्टी टीडीपी ने एनडीए से अलग होने का फ़ैसला किया है।
हालांकि सरकार के पास बहुमत है और इस अविश्वास प्रस्ताव से सरकार को कोई खतरा नहीं है। लेकिन जनता में सकारात्मक राजनीतिक संकेत नहीं जाता है।
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Source : News Nation Bureau