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एनसीआरटीसी ने दिल्ली--गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के निर्माण कार्यो का लिया जायजा

एनसीआरटीसी ने दिल्ली--गाजियाबाद-मेरठ कॉरिडोर के निर्माण कार्यो का लिया जायजा

Updated on: 03 Apr 2022, 10:20 PM

नई दिल्ली:

आवासन एवं शहरी मामले मंत्रालय (एमओएचयूए) के सचिव और एनसीआरटीसी के अध्यक्ष मनोज जोशी ने एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक विनय कुमार सिंह के साथ दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में चल रहे निर्माण कार्यो का रविवार को निरीक्षण किया।

उन्होंने निरीक्षण के शुरुआत सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन से हुई, जिसे सार्वजनिक परिवहन के अन्य साधनों के साथ समेकित रूप से एकीकृत एक बड़े परिवहन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। जोशी ने इस आरआरटीएस स्टेशन पर यातायात एकीकरण योजना और यात्रियों के मूवमेंट का अवलोकन किया, जहां आरआरटीएस के पहले चरण के सभी तीन आरआरटीएस कॉरिडोर एक साथ आ रहे हैं और आपस में इंटरऑपरेबल होंगे।

आरआरटीएस स्टेशनों को वॉकवे, लिफ्ट, एस्केलेटर और अंडरपास आदि के माध्यम से परिवहन के अन्य साधनों जैसे मेट्रो स्टेशनों, बस टर्मिनलों और भारतीय रेलवे स्टेशनों, जहां भी संभव हो, के साथ समेकित रूप से एकीकृत किया जाएगा।

अपने निरीक्षण को आगे बढ़ाते हुए सभी अधिकारियों ने यमुना नदी पर आरआरटीएस पुल के लिए किए जा रहे निर्माण कार्य और आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन साइट का अवलोकन किया। एनसीआरटीसी के एमडी ने सचिव को इस बारे में अवगत कराया कि आनंद विहार आरआरटीएस स्टेशन को कम्यूटर फस्र्ट दृष्टिकोण और कुशल मल्टीमॉडल एकीकरण को ध्यान में रखते हुए डिजाइन किया जा रहा है।

साथ ही यह भी जानकारी दी गई कि, दिल्ली में चार टनल बोरिंग मशीन (टीबीएम), कार्य करेंगी। दो टीबीएम आनंद विहार से न्यू अशोक नगर की ओर तथा दो आनंद विहार से साहिबाबाद की ओर। पिछले महीने ही पहली टीबीएम (सुदर्शन 4.1) आनंद विहार से न्यू अशोक नगर की ओर के टनल निर्माण के लिए लॉन्च किया गया है।

सचिव ने आरआरटीएस कॉरिडोर के प्राथमिकता खंड पर बिजली आपूर्ति के लिए बनाए गए गाजियाबाद रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) की भी समीक्षा की। उन्होंने अत्याधुनिक प्रणालियों और परिष्कृत विद्युत उपकरणों की स्थापना का निरीक्षण किया।

इसके अलावा मनोज जोशी ने गाजियाबाद आरआरटीएस स्टेशन साइट का दौरा किया, जो इस कॉरिडोर के 25 स्टेशनों में सबसे ऊंचा और सबसे बड़ा होने का गौरव प्राप्त करेगा, क्योंकि आरआरटीएस कॉरिडॉर दिल्ली मेट्रो के वायडक्ट और इस स्थान पर एक फ्लाईओवर को पार करता है।

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