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फडणवीस ने अपराधियों का संरक्षण किया, नकली नोटों के धंधे से भी कनेक्शन: नवाब मलिक

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक ने प्रेसवार्ता आयोजित कर जवाब दिया. उन्होंने इस दौरान पूर्व सीएम के अंडरवर्ल्ड के साथ कनेक्शन होने का आरोप लगाया है.

Updated on: 10 Nov 2021, 11:53 AM

highlights

  • नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देवेंद्र फडणवीस पर लगाए आरोप
  • कहा, फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था
  • रियाज भाटी के जरिए सीएम फडणवीस धन उगाही का काम कर रहे थे

 

नई दिल्ली:

क्रूज ड्रग्स मामले को लेकर महाराष्ट्र में सियासी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है. मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने एनसीपी नेता नवाब मलिक पर अंडरवर्ल्ड से लिंक होने का आरोप लगाया है. इस पर नवाब मलिक ने पलटवार किया है। पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि नवाब मलिक के परिवार के साथ अंडरवर्ल्ड के कनेक्शन हैं। परिवार ने अपराधियों से जमीन खरीदी थी. यह भी कहा गया कि दाऊद के लोगों से जमीन को सस्ते दाम पर लिया। देवेंद्र फडणवीस ने दो नाम बताए. इसमें सरदार शाह वली खान और मोहम्मद सलीम पटेल का जिक्र किया.

महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के आरोपों पर नवाब मलिक ने बुधवार को यानी आज प्रेसवार्ता आयोजित कर जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि सारे अंडरवर्ल्ड कनेक्टेड लोगों को आपने सीएम रहते हुए अध्यक्ष क्यों बनाया? उन्होंने कहा कि मुन्ना यादव नाम का एक व्यक्ति, जिसपर हत्या के मामले दर्ज हैं उस मुन्ना यादव को आपने कंस्ट्रक्शन बोर्ड का अध्यक्ष बनाया था? क्या आपकी गंगा में मुन्ना यादव नहाकर पवित्र हो गया था? 

नवाब मलिक ने आरोप लगाया है कि जब आठ नवंबर 2016 को नोटबंदी हुई, तब पीएम  मोदी ने कहा कि नोटबंदी इसलिए की जा रही थी कि आतंकवाद और कालाधन बंद होगा। बड़े पैमाने पर जाली नोट खत्म करने के लिए नोटबंदी हुई है। हर राज्य में जाली नोट पकड़े जाने लगे, लेकिन आठ अक्तूबर 2017 तक महाराष्ट्र में जाली नोट का एक भी मामला सामने नहीं आया। इस मामले में देवेंद्र फडणवीस के संरक्षण में जाली नोट का खेल महाराष्ट्र में चल रहा था। आठ अक्तूबर 2017 को एक छापेमारी में 14 करोड़ 56 लाख से अधिक जाली नोट पकड़े गए थे। उस मामले को देवेंद्र फडणवीस ने रफा-दफा करने का काम किया।

सीएम फडणवीस धन उगाही का काम कर रहे थे

मलिक का कहना है कि पाकिस्तान के जाली नोट भारत में चले, मामला दर्ज हुआ और कुछ ही दिनों में जमानत भी हो जाती है। मामला एनआईए के पास नहीं दिया गया। क्योंकि, जिन लोग जाली नोट का रैकेट चला रहे थे, उन्हें तत्कालीन सरकार का संरक्षण प्राप्त था।  नवाब मलिक ने आरोप लगाया कि दाऊद के करीबी रियाज भाटी के जरिए सीएम फडणवीस धन उगाही का काम कर रहे थे। लोगों के खिलाफ जबरदस्ती मामला दर्ज कर वसूली हो रही थी। जमीन मालिकों को पकड़कर सारी जमीनें अपने नाम लिखवाई जाती थी उनके कार्यकाल में लोगों के पास विदेशों से गुंडों के फोन आते थे। 

प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में पहुंचा था रियाज भाटी

मलिक के अनुसार दाऊद इब्राहिम का करीबी रियाज भाटी दो पासपोर्ट के साथ गिरफ्तार हुआ था। जिस आदमी को दो पासपोर्ट के साथ पकड़ा जाए, उसे दो दिनों में ही जमानत मिल जाती है। वह भाजपा के कार्यक्रमों में अकसर देखा गया था। सीएम देवेंद्र फडणवीस की डिनर टेबल पर भी दिखाई दिया था। इतना ही नहीं फडणवीस की मदद से ही रियाज भाटी पीएम के कार्यक्रम तक पहुंच गया था

समीर वानखेड़े के पास जाली नोटों का मामला 

नवाब मलिक के अनुसार जब जाली नोट का मामला सामने आया तब समीर वानखेड़े ही इस मामले की जांच में लगे थे। यह इत्तेफाक है, लेकिन एक ही अधिकारी हर बार कैसे? इस मामले की कड़ी जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि समीर वानखेड़े, देवेंद्र फडणवीस का नजदीकी है। ऐसे में उसे बचाने का प्रयास जारी है। डीआरआई ने मुंबई में जाली नोट के खिलाफ छापेमारी करी थी। मामले को कमजोर करने के लिए समीर वानखेड़े के जरिए मदद की गई थी।

नवाब मलिक ने कहा कि कल देवेंद्र फडणवीस ने मुझ पर आरोप लगाए थे कि उन्होंने मुजरिम और अंडरवर्ल्ड के लोगों से जमीन खरीदी. उन्होंने कहा कि जिस सलीम पटेल से मैंने जमीन खरीदी उसके बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं थी. शाह वली खान तब (मुंबई बम ब्लास्ट मामला) दोषी करार नहीं दिया गया था, वो इस मामले में आरोपी था. आपने कहा था कि मैं उस वक्त मंत्री था. मगर तब मंत्री नहीं था.’

निर्दोष लोगों को ड्रग्स मामले में फंसा रहे 

नवाब मलिक ने प्रश्न किया ​कि ‘NCB के भ्रष्ट अधिकारी निर्दोष लोगों को फंसाने और उनसे पैसे उगाही का खेल कर रहे हैं, फडणवीस उसे बचाने का प्रयास कर रहे हैं. आर्यन खान को किसके कहने पर पकड़ा गया? बेटे को बचाने के लिए वसूली मांगी गई तो पैसे देना गुनाह नहीं होगा. मैं कहता हूं कि शाहरुख खान को भी आगे आना चाहिए, वे बताएं कि उनसे कितनी वसूली की गई. वसूली करने वाले गुनाहगार हैं. बेटे को बचाने के लिए पैसे देना गुनाह नहीं है.’