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इस बार गणतंत्र दिवस पर नौसेना की झांकी में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया जाएगा

इस बार गणतंत्र दिवस पर नौसेना की झांकी में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया जाएगा

Updated on: 22 Jan 2022, 05:15 PM

नई दिल्ली:

इस बार गणतंत्र दिवस पर नौसेना की झांकी में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया जाएगा जिसने देश के स्वाधीनता संग्राम में अहम भूमिका निभाई थी।

नौसेना के आईएनएस राजाली पर तैनात वायु सेना अधिकारी लेफिटनेंट मंयक भागौर ने बताया कि इस झांकी के अगले हिस्से में उस आंदोलन को दर्शाया जाएगा और पिछले हिस्से में भारतीय नौसेना के 1983 से 2021 के दौरान हासिल की गई उपलब्धियों को दिखाया जाएगा। इसके बीच वाले हिस्से में स्वदेशी विमानवाहक पोत विक्रांत पर बीच में हल्के लडाकू विमान की प्रदर्शित किया जाएगा। इसके साथ ही स्वदेशी मिसाइल कार्वेट कोरा, विध्वंसक विशाखापत्तनम, बाईं ओर फ्रिगेट शिवालिक और पी -75 पनडुब्बी कलवरी, फ्रिगेट गोदावरी और विध्वंसक दिल्ली के मॉडल के साथ में है।

उन्होंने कहा, इसके निचले हिस्से पर लगे फ्रेम ोारतीय नौसेना प्लेटफार्मों के निर्माण कार्यों को दर्शाते हैं।

आईएनएस इंडिया में तैनात शिक्षा अधिकारी लेफ्टिनेंट प्रीति कहती हैं भारतीय नौसेना की गणतंत्र दिवस परेड 2022 की झांकी भारतीय नौसेना के नौसेना सप्ताह के थीम कॉम्बैट रेडी, क्रेडिबल एंड कोहेसिव के अनुरूप है।

यह झांकी राष्ट्र की सेवा में युद्ध की तैयारी को बनाए रखने और हमारे स्वतंत्रता संग्राम में नौसेना के योगदान को बनाए रखने के लिए आत्मनिर्भर भारत पहल पर भारतीय नौसेना के निरंतर प्रयास को उजागर करती है। यह भारतीय नौसेना की बहुआयामी क्षमताओं को भी प्रदर्शित करता है।

इस बार की परेड में नौसैनिक दल में 96 पुरुष, तीन प्लाटून कमांडर और एक कंटीनजेंट कमांडर शामिल हैं।

लेफ्टिनेंट कमांडर आंचल शर्मा ने टुकड़ी की तैयारी की जानकारी देते हुए कहा कि यह पिछले दो महीनों में कड़ी मेहनत का परिणाम है और आज हमारे दल के सभी लोग जोश और गर्व से भरे हैं। हम सभी इसे जज्बे के साथ अपने सर्वोच्च कमांडर, भारत के राष्ट्रपति के सामने मार्च करते हुए सम्मान की भावना से गुजरेंगे। इस दल का उत्साह और ऊर्जा अद्वितीय है। भारतीय नौसेना दल का नेतृत्व करना वास्तव में एक सम्मान की बात है।

नौसेना बैंड का नेतृत्व मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर संगीतकार, विन्सेंट जॉनसन करेंगे। वह राष्ट्रपति के सामने ड्रम प्रमुख के रूप में 72-सदस्यीय नौसैनिक बैंड का नेतृत्व करेंगे, जिसे भारत के लाखों लोग देखेंगे।

विंसेंट जॉनसन ने सिडनी से मॉरीशस और सेंट पीटर्सबर्ग से एडिनबर्ग तक दुनिया भर में विभिन्न सैन्य कार्यक्रमों में भारतीय नौसेना बैंड का नेतृत्व किया है। लेकिन अगर कोई उत्सव उन्हें सबसे अधिक लुभाता है तो वह देश की गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेना है और वह इसे लेकर काफी गौरवान्वित महसूस करते हैं।

-आईएएनएस

जेके

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