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नवजोत सिंह के तेवर नहीं पड़े ठंडे, दी ईंट से ईंट बजाने की धमकी

पंजाब में सीएम अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) और कांग्रेस प्रमुख (Navjot Singh Sidhu) सिद्धू के बीच खिंची तलवारें मयान में जाती नहीं दिखती.

Updated on: 27 Aug 2021, 02:07 PM

highlights

  • पंजाब सीएम और कांग्रेस प्रमुख के बीच खिंची हैं तलवारें
  • नवजोत सिंह ने कहा कि उन्हें निर्णय लेने की आजादी नहीं
  • इसके साथ ही धमकी दे आलाकमान को भी दिया संदेश

नई दिल्ली:

पंजाब (Punjab) कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू के सलाहकारों के बेबाक बयानों से उठे विवाद के बीच मालविंदर सिंह माली ने इस्तीफा दे दिया है. इसके बावजूद ऐसा लग रहा है कि पंजाब में सीएम अमरिंदर सिंह (Amrinder Singh) और कांग्रेस प्रमुख (Navjot Singh Sidhu) सिद्धू के बीच खिंची तलवारें मयान में जाती नहीं दिखती. वजह यह है कि सिद्धू ने एक सभा में कहा कि अगर मुझे निर्णय़ लेने की आजादी नहीं दी गई, तो मैं ईंट से ईंट बजा दूंगा. सिद्धू के इस पलटवार पर पंजाब कांग्रेस के प्रभारी और वरिष्ठ कांग्रेसी नेता हरीश रावत ने टिप्पणी करने से इंकार कर दिया है. हालांकि उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह शनिवार को पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. 

माली ने अमरिंदर से बताया जान को खतरा
शुक्रवार को एक नाटकीय घटनाक्रम में पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और जम्‍मू-कश्‍मीर को लेकर व‍िवाद‍ित बयान देने वाले सिद्धू के सलाहकार मालविंदर माली ने इस्तीफा दे दिया. उन्होंने इसकी बकायदा एक प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी. इसके पहले कांग्रेस हाईकमान ने सिद्धू के सलाहकार मालविंदर माली को हटाने का आदेश द‍िया था. इसके पहले माली ने कहा था क‍ि कश्मीर एक अलग देश था. भारत और पाकिस्तान दोनों ने उस पर अवैध कब्जा किया. माली ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में संविधान के अनुच्छेद 370 को रद्द करने के मुद्दे पर बात की थी. उन्होंने कहा था कि अगर कश्मीर भारत का हिस्सा था, तो 370 और 35ए हटाने की क्या जरूरत थी. यह अलग बात है कि माली ने शुक्रवार को इस्तीफे के साथ राजनीति भी खेली. उन्होंने कहा कि अगर उनकी जान को कुछ होता है, तो इसके लिए सीएम अमरिंदर सिंह ही जिम्मेदार होंगे. 

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सिद्धू ने कहा- निर्णयकी आजादी नहीं
इस बीच नवजोत सिंह सिद्धू का एक वीडियो भी मीडिया और सोशल मीडिया में तैरने लगा. इसमें सिद्धू कहते दिखे कि उन्हें निर्णय लेने की आजादी नहीं दी गई है. इसके साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्हें निर्णय करने की स्वतंत्रता नहीं दी गई, तो वह ईंट से ईंट बजा देंगे. सिद्धू के इस बयान से जाहिर होता है कि वह माली के इस्तीफे से इत्तेफाक नहीं रखते हैं. संभवतः अपने सलाहकार से इस्तीफा लेने के बढ़ते दबाव के बीच ही उन्होंने निर्णय़ की आजादी की हुंकार भरी है. यह अलग बात है कि कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत ने इस पर यह कहते हुए टिप्पणी से इंकार कर दिया कि उन्हें इसका पूरा संदर्भ नहीं मालूम है. हालांकि उन्होंने इस बात के संकेत जरूर दिए हैं कि वह शनिवार को राहुल गांधी से मुलाकात कर पंजाब के घटनाक्रम से अवगत कराएंगे.