कांग्रेस की मुसीबत : तेलंगाना, गोवा और कर्नाटक के बाद अब पंजाब में उठापटक
नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है. महज दो लाइनों की ट्वीट में सिद्धु ने केवल इस्तीफा देने की बात कही है.
नई दिल्ली:
कांग्रेस की मुसीबत कम होने का नाम नहीं ले रही है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद छोड़ दिया. अभी तक अध्यक्ष पद खाली है. उसके बाद तेलंगाना में दो तिहाई से अधिक विधायक पार्टी को झटका देते हुए टीआरएस में शामिल हो गए थे. कर्नाटक में भी पिछले कुछ दिनों से राजनीतिक उठापटक अपने शबाब पर है. अब खबर है कि पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. हालांकि उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस नेता राहुल गांधी को भेजा है.
यह भी पढ़ें : रॉकेट में गड़बड़ी की वजह से आखिरी घंटे में रोकी गई चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग
नवजोत सिंह सिद्धू ने इस्तीफे का कारण नहीं बताया है. महज दो लाइनों की ट्वीट में सिद्धु ने केवल इस्तीफा देने की बात कही है. हालांकि इस नए घटनाक्रम को नवजोत सिंह सिद्धु और पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के बीच चल रही उठापटक से जोड़कर देखा जा रहा है.
नवजोत सिंह सिद्धू के पास पहले स्थानीय स्वशासन विभाग था, मगर अब उनके जिम्मे ऊर्जा और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा विभाग है. मंत्रालय बंटवारे के बाद उन्होंने पद ग्रहण नहीं किया था और न ही कैबिनेट की बैठक में शामिल हुए थे. उसके बाद से लगातार सिद्धू को लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं.
यह भी पढ़ें : वर्ल्ड कप ट्रॉफी संग क्रिकेट इतिहास में अमर हो गए इयान मॉर्गन, खत्म किया 44 साल का सूखा
नवजोत सिंह सिद्धू ने 10 जून को ही अपना इस्तीफा राहुल गांधी को भेजा था, जिस पर अब तक कोई फैसला पार्टी नहीं कर पाई है. सिद्धू के इस्तीफे का लेटरहेड भी उनके पुराने विभाग का ही है. इस्तीफे में राहुल गांधी को संबोधित करते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने लिखा है, 'मैं पंजाब कैबिनेट से मंत्री बतौर अपना इस्तीफा प्रेषित कर रहा हूं.'
नवजोत सिंह सिद्धू को शायद लग रहा था कि इस्तीफा देने के बाद कांग्रेस आलाकमान शायद उनकी बात को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह पर दबाव बढ़ाएगा, लेकिन बदले हालात में आलाकमान ने इसमें दखल देना मुनासिब नहीं समझा. शायद अपने बुरे दिनों में कांग्रेस मजबूत कैप्टन को नाराज नहीं करना चाहती थी.
तेलंगाना में टूट गए थे 12 विधायक
इससे पहले जून में तेलंगाना में कांग्रेस के 12 विधायक तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) में शामिल हो गए थे. 12 विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष पी. श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात कर टीआएएस में विलय को लेकर एक पत्र सौंपा. वह बाद में मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव के आधिकारिक आवास प्रगति भवन गए. 11 विधायकों ने पहले ही टीआरएस में शामिल होने की घोषणा कर दी थी. बाद में तांडू विधानसभा क्षेत्र के रोहित रेड्डी ने भी टीआरएस में शामिल होने की घोषणा कर दी.
गोवा में 15 में से 10 विधायक बीजेपी में शामिल
पिछले हफ्ते ही गोवा में कांग्रेस के 15 में से दस विधायक टूटकर बीजेपी में शामिल हो गए थे. गुरुवार को 10 कांग्रेस विधायक दिल्ली में बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा और गोवा के सीएम प्रमोद सावंत की मौजूदगी में बीजेपी में शामिल हो गए. इसके बाद सीएम प्रमोद सावंद ने सभी विधायकों के साथ अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर गए.
कर्नाटक: कांग्रेस-जदएस सरकार से बागी हुए 15 MLA
उधर, कर्नाटक में कांग्रेस-जदएस सरकार से 15 विधायक बागी हो गए हैं. इन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इस्तीफा देने वालों में कांग्रेस के ही सबसे अधिक विधायक हैं. मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा है. सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर को मंगलवार तक इस्तीफे पर फैसला लेने या फिर अयोग्य न ठहराने को कहा है. इस बीच बीजेपी विधानसभा में फ्लोर टेस्ट की मांग कर रही है. मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने भी फ्लोर टेस्ट के लिए जाने की बात कही है.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य