नौसेना लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को शनिवार को विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य पर पहली बार उतारा गया है. यह पहली बार है जब कोई स्वदेशी लड़ाकू विमान किसी विमानवाहक पोत पर उतरा है. इस एयरक्राफ्ट को डिफेंस रिसर्च एंड डेवलपमेंट ऑर्गनाइजेशन (DRDO) ने विकसित किया है. DRDO ने एयरक्राफ्ट को एक एरेस्टर वाइर की मदद से उतरा था. एरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी नौसेना के साथ मिलकर लड़ाकू विकसित कर रही है.
व्यापक परीक्षण पूरा करने के बाद LCA नेवी ने शनिवार सुबह 10 बजे INS विक्रमादित्य पर एयरक्राफ्ट को सफलतापूर्वक लैंड करवाया. कमोडोर जगदीप मोलांकर ने एयरक्राफ्ट को लैंड करवाया. भारतीय नौसेना के लिए शनिवार का दिन इतिहास में दर्ज हो गया. यह दिन नौसेना के काफी बड़ा और यादगार है. नौसेना के स्वदेशी हल्के लड़ाकू विमान तेजस (Tejas) ने विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य (INS Vikramaditya) पर सफल लैंडिंग करके इतिहास रचा है.
भारतीय नौसेना ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह पहली बार है जब कोई स्वदेशी लड़ाकू विमान किसी विमानवाहक पोत पर उतरा है.
इस सफल लैंडिंग के बाद रूस, अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन और चीन के बाद भारत विमान वाहक पोत पर अरेस्टेड लैंडिंग कराने वाला छठा देश बन गया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने तेजस की लैंडिंग के बाद DRDO और नौसेना को बधाई दी. उन्होंने ट्वीट किया, 'DRDO द्वारा विकसित तेजस की आईएनएस विक्रमादित्य पर पहली लैंडिंग के बारे में जानकर बेहद खुशी हुई. ये सफल लैंडिंग भारतीय लड़ाकू विमान विकास कार्यक्रम के इतिहास में एक शानदार लम्हा है. इस सफलता के लिए DRDO और नौसेना को बधाई.
Source : News Nation Bureau