ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को बूंदी के 26वें महाराजा के रूप में ताज पहनाया गया
ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को बूंदी के 26वें महाराजा के रूप में ताज पहनाया गया
जयपुर:
राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड कमांडर ब्रिगेडियर भूपेश सिंह हाड़ा को राजस्थान में तत्कालीन रियासत बूंदी के 26वें महाराजा के रूप में ताज पहनाया गया है।हाड़ा ने अपने राज्याभिषेक से पहले देवी रक्तदंतिका की पूजा विधिपूर्वक की। महाराज कुमार रणजीत सिंह की मृत्यु के बाद, शासक का पद 12 वर्षों तक खाली रहा।
अनेक सेवा पदक प्राप्त कर चुके नए महाराजा का नगरवासियों ने फूलों की वर्षा कर गर्मजोशी से स्वागत किया।
रविवार को बूंदी के नए महाराजा बने हाड़ा रंगनाथ और चारभुजानाथ मंदिरों में पूजा-अर्चना कर शहर के लोगों का आभार जताने के लिए खुली कार में शहर के मुख्य मार्ग पर निकले।
उन्होंने 24वें राव राजा कर्नल बहादुर सिंह की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया और उनका आशीर्वाद लिया। बाद में हाड़ा की बहन ने आरती कर उनका स्वागत किया।
25वें राव राजा रणजीत सिंह की मृत्यु के बाद से बूंदी का कोई राजा नहीं था क्योंकि उसका कोई उत्तराधिकारी नहीं था।
राजपूत समाज के लोगों ने पग समिति का गठन किया, जिसने कुल 118 पूर्व जागीरदारों और ठिकानेदारों में से 108 की सहमति से ब्रिगेडियर हाड़ा को बूंदी के 26वें राव राजा के रूप में चुनकर 4 दिसंबर को पग बांधने का फैसला किया था।
कोटा-जयपुर मार्ग पर सत्तूर गांव स्थित मां रक्तदंतिका मंदिर में पग समारोह में उनका ताज पहनाया गया।
इस बीच, बलभद्र सिंह के नेतृत्व में वंशानुगत उत्तराधिकारी के परिवार ने हाड़ा के राज्याभिषेक का विरोध किया। सिंह ने कहा कि चूंकि अंतिम राजा बहादुर सिंह कापरेन शाही परिवार से उनके भाई थे और उन्हें बूंदी के तत्कालीन राजा ईश्वरी सिंह ने गोद लिया था, उनके पुत्र वंशवर्धन सिंह शाही पद के उत्तराधिकारी हैं।
डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Hanuman Jayanti 2024 Date: हनुमान जयंती पर बनेगा गजलक्ष्मी राजयोग, जानें किन राशियो की होगी आर्थिक उन्नति
-
भारत के इस मंदिर में नहीं मिलती पुरुषों को एंट्री, यहां होते हैं कई तांत्रिक अनुष्ठान
-
Mars Transit in Pisces: 23 अप्रैल 2024 को होगा मीन राशि में मंगल का गोचर, जानें देश और दुनिया पर इसका प्रभाव
-
Kamada Ekadashi 2024: कामदा एकादशी से पहले जरूर करें 10 बार स्नान, सफलता मिलने में नहीं लगेगा समय