नासा (Nasa) ने खोज निकाला चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) का विक्रम लैंडर (Vikram Lander), फोटो जारी
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (National Aeronautics and Space Administration) ने इसरो (ISRO) के चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर को खोज निकाला है. नासा ने तस्वीर जारी करके इस बारे में जानकारी दी.
नई दिल्ली:
अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा (National Aeronautics and Space Administration) ने चंद्रयान-2 मिशन के विक्रम लैंडर को खोज निकाला है. नासा ने तस्वीर जारी करके इस बारे में जानकारी दी. हालांकि नासा ने जो तस्वीर जारी की है उसके मुताबिक विक्रम लैंडर का मलबा मिला है. यानी क्रैश लैंडिंग होने के बाद विक्रम लैंडर पूरी तरह टूट गया.
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चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) के विक्रम लैंडर (Vikram Lander) की तस्वीरें नासा के LRO (Lunar Reconnaissance Orbiter) सैटेलाइट ने ली है. इस तस्वीर के मुताबिक 6 सितंबर को क्रैश हुआ विक्रम लैंडर कई हिस्सों में टूट गया. विक्रम लैंडर का मलबा भी कई दर्जन हिस्सों में बंट गया.
The #Chandrayaan2 Vikram lander has been found by our @NASAMoon mission, the Lunar Reconnaissance Orbiter. See the first mosaic of the impact site https://t.co/GA3JspCNuh pic.twitter.com/jaW5a63sAf
— NASA (@NASA) December 2, 2019
इस क्रैश लैंडिंग के असर का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि विक्रम लैंडर के टुकड़े कई किलोमीटर तक फैल गए. इसके साथ ही चांद की मिट्टी भी कई किलोमीटर दूर तक उछल गई. एक बयान में, नासा ने कहा कि उसने 26 सितंबर को साइट की एक मोज़ेक छवि जारी की थी. जनता को लैंडर के संकेतों की खोज करने के लिए आमंत्रित किया.
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नासा ने बताया कि इसके बाद शनमुगा सुब्रमण्यन नाम के एक व्यक्ति ने मलबे की एक सकारात्मक पहचान के साथ LRO परियोजना से संपर्क किया. मुख्य दुर्घटनास्थल से लगभग 750 मीटर उत्तर पश्चिम में पहला टुकड़ा मिला. आपको बता दें कि सितंबर में चंद्रयान-2 मिशन में लैंडिंग के दौरान विक्रम लैंडर से भारतीय स्पेस एजेंसी इसरो का संपर्क टूट गया था.
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जिसके बाद विक्रम लैंडर की क्रैश लैंडिंग हो गई थी. हालांकि उसी समय इसरो ने विक्रम लैंडर ढूंढ निकाला था लेकिन उससे दोबारा संपर्क नहीं कर पाया. अगर यह मिशन कामयाब हो जाता तो अमेरिका, रूस और चीन के बाद भारत चौथा ऐसा देश होता जो चांद पर पहुंच जाता.
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