Advertisment

आज ही के दिन मंगल ग्रह पर पहुंचा था नासा का एक दूत.. जानें इसके बाद की कहानी

जिसका नाम फीनिक्स था, इसने मंगल के ध्रुवों से काफी जानकारी पृथ्वी पर भेजी.

author-image
yogesh bhadauriya
एडिट
New Update
आज ही के दिन मंगल ग्रह पर पहुंचा था नासा का एक दूत.. जानें इसके बाद की कहानी

25 मई 2008 को पहुंचा था मंगल पर फीनिक्स

Advertisment

अमेरिकी स्पेस एसेंजी नासा का एक रोबोट साल 2008 में आज ही के दिन यानी 25 मई को एक विशेष अभियान के तहत मंगल ग्रह पर पहुंचा था. जिसका नाम फीनिक्स था, इसने मंगल के ध्रुवों से काफी जानकारी पृथ्वी पर भेजी. नासा की जेट प्रपल्शन लैबोरेटरी के निर्देशन और एरिजोना यूनिवर्सिटी के लूनार प्लानेटरी लैबोरेटरी की अध्यक्षता में ये अभियान शुरू किया गया था.

यह भी पढ़ें- राजस्थान: DRDO ने पोखरण में 500 किलो के स्वदेशी बम का सफल परीक्षण किया

फीनिक्स का काम

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा का रोबोट फीनिक्स ने दो मुख्य लक्ष्य थे. जिनमें से पहला मंगल ग्रह पर पानी की भूगर्भीय इतिहास का शोध करना. जिससे पुराने जलवायु परिवर्तन की कुंजी मिल सके. दूसरा पता लगाना कि ग्रह पर जीवन की संभावना है या नहीं. इसी के चलते फीनिक्स ने मंगल के ध्रुवों से पृथ्वी पर काफी जानकारी भेजी.

अपने समय से ज्यादा जिया था फीनिक्स

शुरुआती अभियान मंगल के 90 दिन चलने की उम्मीद थी. मंगल के 90 दिन धरती के 92 दिन के बराबर होते हैं. लेकिन इस रोबोट का जीवन दो महीने ज्यादा चला. इसके बाद यह मंगल की सर्दी और अंधेरे का शिकार हो गया. वैज्ञानिकों को उम्मीद थी कि यह रोबोट सर्दियों से बच निकलेगा. और अपने आस पास बर्फ का बनना नोट कर सकेगा. इसने काफी सर्दियां निकाल ही ली थीं लेकिन पूरे समय नहीं रह सका.
फीनिक्स एक रोवर नहीं हो कर लैंडर था क्योंकि वजन, कीमत और काम के मामले में ये बेहतर उपकरण साबित हुआ.

Source : News Nation Bureau

University of Arizona Lunar Planetarium Bilteriori Mars Phoenix Special Agency NASA America Space Mission
Advertisment
Advertisment
Advertisment