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गुरुपर्व समारोह में बोले मोदी- राष्ट्र सुरक्षा में सिख गुरुओं की तपस्या का भी योगदान

पीएम ने बताया कि अमेरिका ने 150 से ज्यादा वस्तुएं लौटाई हैं. उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले जब मैं अमेरिका गया था, तो वहां अमेरिका ने भारत को 150 से ज्यादा ऐतिहासिक वस्तुएं लौटाईं.

Updated on: 25 Dec 2021, 02:32 PM

highlights

  • गुरु नानक देव के 552वें प्रकाश पर्व के अवसर पर बोले पीएम मोदी
  • गुजरात के कच्छ स्थित लखपत साहिब गुरुद्वारे में किया गया कार्यक्रम का आयोजन
  • पीएम ने कहा- गुरुद्वारा लखपत साहिब समय की हर गति का साक्षी रहा है

नई दिल्ली:

Gurpurab : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) शनिवार को सिखों के पहले गुरु नानक देव (Gurunanak Dev) के 552वें प्रकाश पर्व (Prakash parv) के अवसर पर गुजरात के कच्छ स्थित लखपत साहिब गुरुद्वारे में आयोजित गुरु पर्व समारोहों को संबोधित किया. यह कार्यक्रम वर्चुअल था. इस दौरान उन्‍होंने कहा कि गुरुद्वारा लखपत साहिब समय की हर गति का साक्षी रहा है. उन्होंने कार्यक्रम के दौरान वर्ष 2001 में आए भूकंप का जिक्र किया और कहा कि मुझे गुरु कृपा से इस पवित्र स्थान की सेवा करने का सौभाग्य मिला था. गुजरात के सिख संगत हर साल 23 दिसंबर से 25 दिसंबर तक गुरुद्वारा लखपत साहिब (Gurudwara Lakhpat Sahib) में गुरु नानक देव जी का गुरुपर्व मनाते हैं.

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कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने कहा, आज जब मैं इस पवित्र स्थान से जुड़ रहा हूं, तो मुझे याद आ रहा है कि अतीत में लखपत साहिब ने कैसे कैसे झंझावातों को देखा है. करतारपुर कॉरिडोर को लेकर पीएम मोदी ने कहा, ‘दशकों से जिस करतारपुर साहिब कॉरिडोर की प्रतीक्षा थी, 2019 में हमारी सरकार ने ही उसके निर्माण का काम पूरा किया.’ उन्होंने कहा, ‘अभी हाल ही में हम अफगानिस्तान से स-सम्मान गुरु ग्रंथ साहिब के स्वरूपों को भारत लाने में सफल रहे हैं.’ पीएम ने पूछा, ‘गुरु कृपा का इससे बड़ा अनुभव किसी के लिए और क्या हो सकता है?’

कोरोना समय में गुरुद्वारों के कार्यों की प्रशंसा की

कोरोना वायरस महामारी के दौरान गुरुद्वारों की तरफ से किए गए कार्यों का भी पीएम मोदी ने जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘कोरोना के कठिन समय में हमारे गुरुद्वारों ने जिस तरह सेवा की जिम्मेदारी उठाई, वो गुरु साहब की कृपा और उनके आदर्शों का ही प्रतीक है.’ उन्होंने कहा, ‘हमारे गुरुओं का योगदान केवल समाज और आध्यात्म तक ही सीमित नहीं है. बल्कि हमारा राष्ट्र, राष्ट्र का चिंतन, राष्ट्र की आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है, तो उसके भी मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या है.’ पीएम ने कहा, हमारे गुरुओं का योगदान केवल समाज और आध्यात्म तक ही सीमित नहीं है, बल्कि हमारा राष्ट्र, राष्ट्र का चिंतन, राष्ट्र की आस्था और अखंडता अगर आज सुरक्षित है, तो उसके भी मूल में सिख गुरुओं की महान तपस्या है:

पीएम ने कहा- अमेरिका ने 150 से ज्यादा वस्तुएं लौटाई

पीएम ने बताया कि अमेरिका ने 150 से ज्यादा वस्तुएं लौटाई हैं. उन्होंने कहा, ‘कुछ महीने पहले जब मैं अमेरिका गया था, तो वहां अमेरिका ने भारत को 150 से ज्यादा ऐतिहासिक वस्तुएं लौटाईं. इसमें से एक पेशकब्ज या छोटी तलवार भी है, जिस पर फारसी में गुरु हरगोबिंद जी का नाम लिखा है. यानि ये वापस लाने का सौभाग्य भी हमारी ही सरकार को मिला.’