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पीएम मोदी का सुझाव, कैश की कमी से निपटने के लिए मोबाइल बैंकिंग का लो सहारा

मोदी ने कहा कि आज मोबाइलों की संख्या परिवारों की संख्या से चार गुनी है और लोगों को इसका इस्तेमाल भुगतान या लेनदेन के लिए करना चाहिए।

Updated on: 25 Nov 2016, 06:14 PM

highlights

  • मोदी ने कहा मोबाइल बैंकिंग को प्रोत्साहन देने की जरूरत
  • 'जाली नोट कर रहा था युवाओं को बर्बाद, नोटबंदी थी समय की मांग'

नई दिल्ली:

नोटबंदी के बाद नकदी को लेकर पैदा हुए हालात के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से मोबाइल बैंकिंग का इस्तेमाल बढ़ाने की अपील की है। प्रधानमंत्री मोदी ने भटिंडा में एक कार्यक्रम में कहा कि आज मोबाइल की संख्या परिवारों की संख्या से चार गुनी है और लोगों को इसका इस्तेमाल भुगतान या लेनदेन के लिए करना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'आप सब बैंकों के मोबाइल एप्लीकेशन को डाउनलोड कर सकते हैं। मैं नेताओं, शिक्षकों और युवाओं से अपील करता हूं कि वे दूसरे लोगों को मोबाइल बैंकिंग के बारे में ट्रेनिंग दें।' मोदी ने नोटबंदी का भी जिक्र किया और कहा कि यह गरीब लोगों को उनका हक दिलाने की ओर बढ़ाया गया एक कदम है।

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बकौल मोदी, 'भ्रष्टाचार और काले धन के कारण मध्यम वर्ग का शोषण होता रहा और गरीब अपने हक से वंचित रहे। काले धन का व्यापार देश को दीमक की तरह खा रहा है। मैं इसे खत्म कर गरीबों को उनका हक दिलाना चाहता हूं।' मोदी ने काले धन और भ्रष्ट्राचार पर लगाम लगाने के लिए लोगों से नई तकनीक की ओर कदम बढ़ाने की अपील की।

मोदी ने कहा, 'मैं आप सबका सहयोग चाहता हूं। आपका मोबाइल केवल एक फोन नहीं है। आप इसे अपने बैंक और वॉलेट में बदल सकते हैं। आज तकनीक उस जगह पहुंच गई है कि आपकी जेब अगर एक भी रुपया नहीं है और बैंक खातों में पैसा जमा है तो भी बाजार जाकर सामान खरीद सकते हैं। उसका भुगतान मोबाइल से कर सकते हैं। यहां तक कि बिना कैश छुए अपना व्यापार तक चला सकते हैं।'

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साथ ही मोदी ने कहा कि यह समय की मांग थी कि जाली नोटों पर लगाम लगाया जाए जो युवाओं को बर्बाद कर रहा था। उन्होंने लोगों से नोटबंदी पर सरकार का साथ देने की भी अपील की।