नागालैंड टी आर जेलियांग होंगे अगले मुख्यमंत्री, राज्यपाल ने दिया न्यौता
नागालैंड के मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु और उनके समर्थक आज विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने नहीं पहुंच सके। जिसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
highlights
- नगालैंड के मुख्यमंत्री शुरहोजेली लिजित्सू शक्ति परीक्षण के लिए नहीं पहुंचे।
- विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई है।
- अटकलें लगायी जा रही थी कि लीजीत्सु शक्ति परीक्षण से पहले ही इस्तीफा दे सकते है।
नई दिल्ली:
नागालैंड में मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु के विधानसभा में शक्ति परिक्षण में शामिल न होने के चलते राज्यपाल ने पूर्व मुख्यमंत्री टी आल जेलियांग को सरकार बनाने का न्यौता दिया है। इसी के बाद दोपहर 3 बजे मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी।
बता दें कि बुधवार को मुसीबतों से घिरे हुई नागालैंड के मुख्यमंत्री शुरहोजेली लीजीत्सु और उनके समर्थक आज विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने नहीं पहुंच सके। जिसके बाद सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था।
नागालैंड के गवर्नर पी बी आचार्य ने कल शाम सभा के स्पीकर को आदेश जारी कर विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने को कहा था। उसी के तहत बुधवार को 9:30 बजे विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया था जहां लीजीत्सु को विश्वासमत हासिल करना था।
गौतलब है की नागालैंड पीपल्स फ्रंट (एनपीएफ) के नेता लीजीत्सु अपनी ही पार्टी के विधायको द्वारा विद्रोह झेल रहे है।
#Nagaland assembly adjourned sine die. Floor test did not take place as CM Shurhozelie Liezietsu did not turn up
— ANI (@ANI_news) July 19, 2017
पूर्व मुख्यमंत्री टी आर जेलिआंग अपने समर्थकों के साथ सदन में मौजूद थे। मुख्यमंत्री लीजीत्सु विश्वासमत हासिल करने के दौरान सदन में उपस्थित नहीं थे इसलिए सदन की कार्यवाही को स्थगित कर दिया गया।
सभा के स्पीकर ने कहा कि वो सभा की कार्यवाही की जानकारी गवर्नर को दे देंगे। मामले पर ज्यादा जानकारी के लिए लीजीत्सु गुट के विधायकों से संपर्क करने की कोशिश की गयी लेकिन किसी से कोई बात नहीं हो सकी।
और पढ़े: नागालैंड: लीजीत्सु ने दिया पद छोड़ने का संकेत, नहीं हासिल करेंगे विश्वास मत
गौरतलब है कि गुवाहाटी हाई कोर्ट की कोहिमा बेंच ने लीजीत्सु के शक्ति परीक्षण पर रोक लगाने के अनुरोध को ठुकरा दिया था। अदालत ने यह मामला गर्वनर के विवेक पर छोड़ दिया था।
फैसले के बाद मीडिया से बात करते हुए लीजीत्सु ने कहा था, 'विश्वास मत हासिल करने का कोई नियम नहीं है। विधानसभा में जाने का कोई मतलब नहीं है। विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने का कोई मतलब नहीं है क्योंकि उनके खिलाफ कोई अविश्वास प्रस्ताव नहीं लाया गया है।'
और पढ़े: पूर्वोतर में बाढ़ः 17 लाख लोग प्रभावित, असम में 59 लोगों की मौत
Don't Miss
वीडियो
IPL 2024
-
GT vs CSK Dream11 Prediction : गुजरात और चेन्नई के मैच में ये हो सकती है बेस्ट ड्रीम11 टीम, इसे चुनें कप्तान
-
PBKS vs RCB : बेंगलुरु ने जीत का 'चौका' लगाकर पंजाब को किया बाहर, RCB की प्लेऑफ की उम्मीद बरकरार
-
PBKS vs RCB : शतक से चूके कोहली, पटीदार और ग्रीन की तूफानी पारी, बेंगलुरु ने पंजाब को दिया 242 रनों का लक्ष्य
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Swapna Shastra: गलती से भी किसी के साथ शेयर न करें ये 4 सपने, वरना छीन जाएगी सुख-चैन
-
Yamunotri Dham Yatra: यमुनोत्री धाम यात्रा का प्लान बना रहे हैं तो यहां जाने पूरी डिटेल
-
Kuber Upay: अक्षय तृतीया पर करें कुबेर के ये उपाय, धन से भरी रहेगी तिजोरी
-
Shri Parshuram Chalisa: भगवान परशुराम को ऐसे करें प्रसन्न, यहां पढ़ें चालीसा का पाठ