नगालैंड के निवर्तमान राज्यपाल पी बी आचार्य ने कहा है कि नगा मुद्दे का राजनीतिक समाधान एक साल के भीतर करना होगा क्योंकि विकास एवं प्रगति के लिये नगालैंड में स्थायी शांति आवश्यक है. राज्य सरकार द्वारा बृहस्पतिवार को आयोजित विदाई समारोह को संबोधित करते हुए आचार्य ने कहा, 'इसके लिये हमारे पास प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं, जिनमें इस मुद्दे को सुलझाने की इच्छाशक्ति और हिम्मत है.' उन्होंने कहा कि नगालैंड बेहद समृद्ध है लेकिन नगा आर्थिक रूप से कमजोर हैं. उन्होंने कहा, 'विकास एवं प्रगति की दिशा में हमें अन्य राज्यों के साथ आगे बढ़ने की आवश्यकता है.'
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आचार्य ने 19 जुलाई 2014 को नगालैंड के 19वें राज्यपाल के रूप में शपथ ली थी. उनकी जगह आर एन रवि एक अगस्त से पदभार ग्रहण करने वाले हैं. उन्होंने उम्मीद जतायी कि नये राज्यपाल राज्य के लोगों को वांछित नतीजे देंगे और नगा राजनीतिक मुद्दे का जल्द समाधान होगा.
रवि नगा शांति वार्ता में केंद्र की ओर से वार्ताकार भी रहे हैं. आचार्य ने आवश्यकता पड़ने पर राज्य के लिये अपना सहयोग देने की भी बात कही. इस दौरान मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो ने कहा कि नगा लोग खुशकिस्मत हैं कि उन्हें ऐसी प्रख्यात शख्सियत राज्यपाल के तौर पर मिली. यहां के लोग उनके मार्गदर्शन और नेतृत्व को पाकर लाभान्वित हुए हैं.
रियो ने कहा, 'स्थायी शांति एवं नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान की दिशा में सरकार के प्रयासों में आपका समर्थन सराहनीय है.' विपक्ष के नेता टी आर जेलियांग ने भी उम्मीद जतायी कि नगा राजनीतिक मुद्दे के समाधान की दिशा में आचार्य नगा लोगों का समर्थन करते रहेंगे.
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उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में तीन अगस्त को सरकार के वार्ताकार एन रवि और एनएससीए-आईएम के थुइंगालेंग मुइवा के बीच हस्ताक्षरित मसौदा समझौता का भी जिक्र किया. जेलियांग ने कहा कि राज्यपाल के तौर पर आचार्य ने इसमें अहम भूमिका निभायी थी.