नई दिल्ली:
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश को बुधवार को सत्तारूढ़ जगन मोहन रेड्डी सरकार के खिलाफ तेलुगु देशम पार्टी द्वारा बुलाए गए मेगा एटमाकुर रैली को लेकर नजरबंद कर दिया गया. टीडीपी ने सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस पार्टी पर मई में सत्ता में आने के बाद राजनीतिक हिंसा में लिप्त होने का आरोप लगाया है. इसमें आरोप लगाया गया है कि वाईएसआरसीपी के कैडरों ने टीडीपी के आठ कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी है और कई हमले किए हैं. पार्टी ने दावा किया था कि आंध्र प्रदेश के विधानसभा चुनाव परिणामों की घोषणा के बाद से राज्य के पलनाडु क्षेत्र में हिंसक वारदातें बढ़ी हैं.
Telugu Desam Party (TDP) Chief N Chandrababu Naidu and his son, Nara Lokesh have been put under preventive detention at their house. https://t.co/MZZXaJRutp
— ANI (@ANI) September 11, 2019
टीडीपी की रैली का मुकाबला करने के लिए सत्ताधारी वाईएसआर कांग्रेस ने भी बड़े पैमाने पर विरोध की योजना बनाई है. वाईएसआरसीपी ने लोगों से आह्वान किया है कि अतामाकुर जिले और पलानाडु में आकर हिंसा ग्रस्त इलाकों को देखें.
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नायडू और उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी दोनों ने आज अमरावती से 240 किमी दूर अतामाकुर में एक मार्च का आह्वान किया है. वाईएसआरसीपी के वरिष्ठ नेता अंबाती रामबाबू ने कहा, टीडीपी के झूठे प्रचार का मुकाबला करने के लिए वाईएसआरसीपी उसी दिन (बुधवार) को 'चलो अत्तमाकुर' रैली का आयोजन करेगी.