अफगान न्याय मंत्रालय ने कहा है कि देश के खुफिया बलों ने 13 अफगानी बच्चों को आतंकवादी प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान ले जाने से रोका है।
मंत्रालय के अनुसार, आतंकवादियों का इरादा बच्चों को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में खैबर एजेंसी में ले जाना था, ताकि उनके परिवारों को धोखा देकर आतंकवादी प्रशिक्षण दिया जा सके, लेकिन अफगान सुरक्षा बलों ने ऐसा होने से रोक दिया।
न्याय मंत्री फजल अहमद मनावी ने कहा, हमारा देश युद्ध की स्थिति में है - दुर्भाग्य से - स्पष्ट आक्रामकता की स्थिति में जब कोई समाज युद्ध की स्थिति में होता है, तो यह स्पष्ट होता है कि विपत्ति और आपदाएं भी व्यापक होती हैं।
पाकिस्तानी धार्मिक स्कूलों में बच्चों का कट्टरपंथ अफगान नेताओं और क्षेत्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय विश्लेषकों के लिए एक निरंतर चिंता का विषय है।
शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय ने कहा है कि ईरान और अफगानिस्तान के बीच सीमावर्ती क्षेत्रों के माध्यम से देश से बाहर मानव तस्करों और प्रवासियों द्वारा तस्करी किए जा रहे 67 अन्य बच्चों को ईरानी सीमा प्रहरियों ने हिरासत में लिया है और अफगान सुरक्षा बलों को सौंप दिया है।
शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय में आप्रवासन के निदेशक जबीउल्लाह रहमतजादेह ने कहा, ये लोग जाहेदान के रास्ते निमरोज से ईरान जा रहे थे; सौभाग्य से, हमने उन्हें उनके परिवारों को वापस सौंप दिया है।
शरणार्थी और प्रत्यावर्तन मंत्रालय द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़े बताते हैं कि पिछले चार महीनों में, छह महिलाओं और तीन बच्चों सहित 70 से अधिक लोगों को, जिन्हें मानव तस्करों द्वारा देश से बाहर ले जाया जाना था, अफगान सुरक्षा द्वारा बचाया गया है।
आंतरिक मंत्रालय के तहत मानव तस्करी विभाग के निदेशक जहीर फराही ने कहा, उन्होंने नकली वीजा, फोटो-बदले हुए पासपोर्ट, नकली पासपोर्ट और आम तौर पर उनके लिए नकली आईडी कार्ड बनाए थे और वे उन्हें अवैध रूप से या तो हवाई मार्ग से बाहर निकालना चाहते थे फिर या खुली सीमाओं के माध्यम से बॉर्डर पार कराना चाहते थे।
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Source : IANS