बिहार के पूर्व उप-मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 30 से ज्यादा बच्चियों के साथ हुए बलात्कार की घटना पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुला पत्र लिखा है। तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री को लिखा कि इस घटना पर महीनों की रहस्यमयी चुप्पी को देखकर यह पत्र लिखने को विवश हुए हैं।
बता दें कि तेजस्वी यादव मुजफ्फर की घटना पर शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर विरोध प्रदर्शन में हिस्सा भी लेने जा रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को सोशल मीडिया पर उन्होंने नीतीश कुमार को लिखा अपना खुला पत्र शेयर किया।
तेजस्वी यादव ने लिखा, 'वो अनाथ मासूम लड़कियां किसी का वोटबैंक नहीं है इसलिए हमें क्या लेना देना? उनसे हमारा कोई रिश्ता थोड़े ना था, वह लुटती रहीं, पिटती रहीं, शर्मशार होती रहीं, बेइज्जत होती रहीं, रोती रहीं, कराहती रहीं, चीखती रहीं, मरती रहीं। वो हवस के पुजारियों के हाथों हर रात लुटती रही और सरकार गहरी नींद में सोती रही।?'
उन्होंने लिखा, 'आपकी सरकार के संरक्षण मे उनका ऐसा शोषण हुआ जिसे सोच कर रूह कांप जाती है। अब आप कहेंगें कि बिहार सरकार के संरक्षण में कैसे यह हुआ तो एक बार जरा गौर से उस बालिका-गृह का बोर्ड देख लीजियेगा। उसके सबसे ऊपर लिखा है 'बिहार सरकार' उसके नीचे लिखा है 'समाज कल्याण विभाग', उसके नीचे लिखा है 'राज्य बाल संरक्षण समिति' तब जाकर लिखा है बालिका गृह।'
तेजस्वी ने लिखा, 'क्या हमारा समाज इतना मर गया है कि एक शेल्टर होम की चार दीवारी में सालों से छोटी बच्चियों के साथ यौन दुराचार और बलात्कार हो रहा हो और कोई उससे आंखें चुराकर बैठ सके।'
हालांकि नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा था कि वह इस घटना को लेकर शर्मसार हो गए।
नीतीश कुमार ने कहा, 'मुजफ्फरपुर में ऐसी घटना घटी कि हम शर्मसार हो गए। सीबीआई जांच कर रही है। मैं चाहता हूं कि हाई कोर्ट की निगरानी में इस घटना की जांच हो।'
तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर सवालिया लहजे में लिखा, 'आप बिहार के मुखिया हैं। प्रदेश में किसी भी प्रकार के संकट में बिहार की जनता आपकी क्रिया देखती है लेकिन ऐसे घिनौने कृत्य पर आपकी घोर चुप्पी आप पर सवाल खड़ी करती है। प्रदेश के मुखिया के तौर पर आपकी भूमिका संदेहास्पद है। आपको बेटियों के लिए अपना मुँह खोलना होगा।'
यहां पढ़ें तेजस्वी यादव का पूरा पत्र,
Source : News Nation Bureau