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मुजफ्फरनगर रेल हादसा: 4 अधिकारी सस्पेंड, DRM दिल्ली और नॉदर्न रेलवे GM छुट्टी पर भेजे गए

रेलवे बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है। रेलवे की ओर से शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि नट बोल्ट और फिश प्लेट पटरी से हटी हुई थी।

Updated on: 20 Aug 2017, 10:18 PM

highlights

  • रेलवे अधिकारियों ने माना है कि लापरवाही के चलते हुए हुआ हादसा, शुरुआती जांच के आधार पर कार्रवाई
  • कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस पुरी से हरिद्वार जा रही थी, खतौली में हुआ हादसा
  • घटना में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हुई, 150 से ज्यादा घायल

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में खतौली स्टेशन के पास शनिवार को हुए भयावह रेल हादसे के बाद सामने आ रही लापरवाही पर एक्शन लेते हुए रेलवे के चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।

साथ ही नॉदर्न रेलवे के चीफ ट्रैक इंजीनियर का तबादला कर दिया गया है। डीआरएम दिल्ली और जनरल मैनेजर (जीएम) को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है।

रेलवे बोर्ड के मेंबर इंजीनियरिंग को भी छुट्टी पर भेज दिया गया है। रेलवे की ओर से शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि नट बोल्ट और फिश प्लेट पटरी से हटी हुई थी। 

रेल मंत्रालय की ओर से जारी वक्तव्य में कहा गया है कि प्रथम दृष्ट्या सबूतों के आधार पर एक जूनियर इंजीनियर और एक वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर को स्थायी तौर पर और एक सहायक इंजीनियर तथा एक सीनियर डिवीजन इंजीनियर को निलंबित कर दिया गया है।

इस घटना में 24 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 156 लोग घायल हुए।

कलिंगा उत्कल एक्सप्रेस शनिवार को ओडिशा के पुरी से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही थी, जब उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले के खतौली में इसके कोच पटरी से उतर गए। घटना इतनी भयावह थी कुछ पटरी से उतरे कोच एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए।

रेलवे के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि उसके कर्मचारियों की लापरवाही के चलते यह हादसा हुआ है।

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