Anti Ragging New Rule: जूनियर्स के साथ अगर किया ऐसा काम तो होगी कड़ी कार्रवाई, यूनिवर्सिटी को UGC के नए आदेश
लॉर्ड्स में कैसा है जोफ्रा आर्चर का टेस्ट रिकॉर्ड? जहां खेला जाएगा IND vs ENG के बीच तीसरा टेस्ट
मोबाइल पर यह चीज देख रहे हैं युवा, यहां बढ़ रहा है इंटरेस्ट
“संविधान नहीं, पहले शरीयत मानेंगे”, युवक की बातें सुनकर कानों पर नहीं होगा विश्वास
ये हैं भारत के सबसे सस्ते विश्वविद्यालय, जहां MBBS और इंजीनियरिंग जैसे कोर्स में भी लगती है मामूली फीस
आपकी सेहत के लिए कितना खतरनाक है Morning Anxiety, सुबह उठते ही होता है ऐसा फील
Weather Update: आज दिल्ली सहित इन प्रदेशों में हो सकती है बारिश, IMD ने जारी किया अलर्ट
रेलवे ट्रैक पर दौड़ती ट्रेन के सामने अचानक आ गई बच्चों से भरी स्कूल बस, फिर जो हुआ...देखें वीडियो
आपने कहां-कहां किया इन्वेस्ट, सिर्फ इस एक ID से चल जाएगा पता

'मुसलमानों का मुसलमानों से ही भाईचारा है, बाकी के लिए सिर्फ घृणा और शत्रुता'

अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ओवैसी (Asaduddin Owaisi) जैसे मौकापरस्त मुसलमान नेता 'जय भीम, जय मीम' के नारे का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए करते हैं.

अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, ओवैसी (Asaduddin Owaisi) जैसे मौकापरस्त मुसलमान नेता 'जय भीम, जय मीम' के नारे का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए करते हैं.

author-image
Nihar Saxena
New Update
'मुसलमानों का मुसलमानों से ही भाईचारा है, बाकी के लिए सिर्फ घृणा और शत्रुता'

बीजेपी आईटी सेल प्रमुख का मुस्लिम-दलित गठजोड़ पर ट्वीट.( Photo Credit : न्यूज स्टेट)

भाजपा (BJP) ने देश में कुछ राजनीतिक दलों की ओर से मुस्लिम-दलित (Muslim-Dalit) गठजोड़ की कोशिशों पर तीखा हमला बोला है. दलितों को बाबासाहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर (Dr. BhimRao Ambedkar) की मुसलमानों के बारे में राय समझने की अपील की है. भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय (Amit Malviya) ने डॉ. आंबेडकर की पुस्तक 'पाकिस्तान एंड द पार्टीशन ऑफ इंडिया' के कुछ अंशों का हवाला देते हुए 'जय भीम-जय मीम' के नारों से दलितों को सावधान रहने को कहा है. अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा, 'ओवैसी (Asaduddin Owaisi) जैसे मौकापरस्त मुसलमान नेता 'जय भीम, जय मीम' के नारे का इस्तेमाल अपनी राजनीतिक दुकान चलाने के लिए करते हैं, मगर बाबासाहेब आंबेडकर ने इस 'मुस्लिम भाईचारे' के संदर्भ में क्या कहा, ये दलित समाज को समझना होगा.

Advertisment

यह भी पढ़ेंः अमेरिका के राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप ने कहा- भारत यात्रा पर जा रहा हूं, हो सकता है बेजोड़ व्यापार समझौता

मुसलमानों का बंधुत्व अपने समुदाय तक ही सीमित
मालवीय ने आगे डॉ. आंबेडकर की किताब का कथित अंश पेश किया, जिसमें कहा गया है, 'मुस्लिम भाईचारा एक बंद निकाय की तरह है, जो मुसलमानों और गैर-मुसलमानों के बीच भेद करता है. वह बिल्कुल मूर्त और स्पष्ट है. इस्लाम का भाईचारा मानवता का भ्रातृत्व नहीं है, मुसलमानों का मुसलमानों से ही भाईचारा है. यह बंधुत्व है, परंतु इसका लाभ अपने ही समुदाय के लोगों तक सीमित है और जो इस समुदाय से बाहर हैं, उनके लिए इसमें सिर्फ घृणा और शत्रुता ही है.'

यह भी पढ़ेंः वारिस पठान की गिरफ्तारी होनी चाहिए, तेजस्वी यादव ने बयान की निंदा की

शाहीन बाग से बाबासेहब की विरासत बचाना है जरूरी
अमित मालवीय ने दूसरे ट्वीट में शाहीनबाग के प्रदर्शनकारियों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, 'जब भी मैं शाहीनबाग को देखता हूं, जहां सीएए के खिलाफ राजनीतिक विरोध को सही ठहराने के लिए लोग आंबेडकर की तस्वीर लिए रहते हैं, तब मुझे याद दिलाया जाता है कि मुसलमानों के बारे में उनकी क्या राय थी. हमें सामूहिक रूप से इन अवसरवादियों का विरोध करते हुए बाबासाहेब की विरासत को बचाना चाहिए.'

HIGHLIGHTS

  • 'जय भीम-जय मीम' के नारों से दलितों को सावधान रहने की जरूरत.
  • मुसलमान नेता इस नारे का इस्तेमाल राजनीतिक दुकान चलाने के लिए करते हैं.
  • जो मुस्लिम समुदाय से बाहर हैं, उनके लिए इसमें सिर्फ घृणा और शत्रुता ही है.
BJP muslim amit malviya Shaheen Bagh Dalit Bhimrao Ambedkar Babasaheb
      
Advertisment