logo-image

अयोध्या में हिंदू और मुसलामानों की इच्छा से जरूर बनेगा राम मंदिर: गिरिराज सिंह

शेर की खाल ओढ़ने वाला भेड़िया शेर नहीं हो जाता है।' उन्होंने विश्वास जताया कि अयोध्या में राम मंदिर अवश्य बनेगा और इसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय योगदान देंगे।

Updated on: 02 Oct 2018, 07:40 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय लघु उद्योग राज्य मंत्री गिरिराज सिंह ने सोमवार को परोक्ष रूप से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की कैलाश मानसरोवर सहित शिव मंदिरों के दर्शनों को लेकर निशाना साधा। उन्होंने कहा 'शेर की खाल ओढ़ने वाला भेड़िया शेर नहीं हो जाता है।' उन्होंने विश्वास जताया कि अयोध्या में राम मंदिर अवश्य बनेगा और इसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय योगदान देंगे।

यहां नौहझील क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शिरकत के दौरान गिरिराज सिंह ने कहा कि ‘जिस तरह कांग्रेस के लोगों ने इलाहाबाद में भगवान शिव के जयकारे लगाने वाले कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया है, उससे साफ हो जाता है कि कांग्रेस और उसके नेता इन दिनों जो कर रहे हैं वह शिव की भक्ति है अथवा राजनीति से प्रेरित ढकोसला।’

उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस के युवराज का असली चेहरा उजागर हो गया है। केरल में गौमांस की पार्टी देते हैं और गुजरात के सोमनाथ मंदिर में दर्शन कर चंदन का टीका लगाते हैं। इस देश को अंग्रेजों और मुगलों से ज्यादा राजनेताओं ने नुकसान पहुंचाया है।’

फलदार पौधा वितरण कार्यक्रम में उन्होंने कहा, ‘अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर अवश्य बनेगा और उसे हिन्दू और मुसलमान, दोनों कौमें मिलकर बनाएंगी। ऐसा मेरा विश्वास है।’

बढ़ती जनसंख्या पर चिंता जताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारे मौजूदा प्राकृतिक संसाधनों के सापेक्ष तेजी से बढ़ रही देश की आबादी बेहद चिंताजनक विषय है। कुछ लोगों ने जनसंख्या बढ़ाने का जिम्मा ले रखा है। ऐसे लोगों के लिए कठोर कानून बनाया जाना चाहिए।’

उन्होंने भविष्य को लेकर चेताते हुए कहा, ‘यदि देश में जनसंख्या वृद्धि की यही रफ्तार रही तो 2050 तक खाद्यान्न तो क्या पीने के लिए पानी की भी किल्लत हो जाएगी। इसके लिए उन्होंने समुदाय विशेष की सोच को जिम्मेदार बताया।’

इस मौके पर क्षेत्रीय सांसद हेमामालिनी ने ब्रज के विकास के लिए किए जाने वाले कार्यों की लंबी फेहरिस्त का जिक्र करते हुए स्थानीय जनता से थोड़ा और समय दिए जाने की मांग की।