सुप्रीम कोर्ट में फिलहाल अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई चल रही है. कोर्ट में आज 5 बजे तक सुनवाई पूरी हो जाएगी जिसके बाद कोर्ट अपना फैसला सुरक्षित रख लेगा. इस बीच आर्कियोलॉजी सर्वे ऑफ इंडिया नॉर्थ के पूर्व रीजनल डायरेक्टर केके मोहम्मद का दावा है कि खुदाई के दौरान मंदिर के सबूत मिले हैं. उन्होंने ये भी कहा कि मैंने खुद देखा है कि यहां लोग दूर-दूर से फटे कपड़ो के बिना जूतों के आते थे. वहां हमेशा से भीड़ होती थी. हमेशा वहां से कीर्तन की आवाज आती थी. वो वातावरण दोबारा आना चाहिए.
बता दें, सुप्रीम कोर्ट में बुधवार को शाम 5 बजे तक मामले पर बहस चलेगी और इसके साथ ही फैसले का काउंटडाउन भी शुरू हो जाएगा. बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान माहौल थोड़ा गरम भी हो गया. दरअसल मुस्लिम पक्षकार ने उस नक्शे और कागजातों को फाड़ दिया था जो हिंदू महासभा की ओर से कोर्ट में पेश किए गए थे. जरअसर हिंदु महासभा की तरफ से विकास सिंह की जिरह करने की बारी आई तो उन्होंने कोर्ट में विवादित जगह और मन्दिर की मौजूदगी साबित करने के लिए पूर्व IPS किशोर कुणाल की एक किताब 'ayodhya revisited' का हवाला देना चाहा. राजीव धवन ने इसे रिकॉर्ड का हिस्सा नहीं बता कर विरोध किया. विकास सिंह ने इसके बाद एक नक्शा रखा और उसकी कॉपी राजीव धवन को दी. धवन ने इसका भी विरोध करते हुए अपने पास मौजूद नक्शे की कॉपी को फाड़ना शुरू कर दिया.
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चीफ जस्टिस ने धवन के इस तरीके पर नाराजगी जताते हुए कहा- आप चाहे तो पूरे पेज फाड़ सकते हैं. इतना ही नहीं, उन्होंने वकीलों के रवैये पर नाराजही जाहिर करते हुए कहा, इस तरीके से सुनवाई नहीं हो सकती. कोर्ट रूम के अंदर ऐसी नोकझोक अदालत का कीमती वक़्त बर्बाद कर रही है. हम अभी सुनवाई बन्द कर देंगे और आप सब से लिखित जवाब मांग कर फैसला सुरक्षित लेंगे.