कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री के. सुधाकर ने सोमवार को कहा कि युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए राज्य के मेडिकल कॉलेजों में पढ़ाई जारी रखने की व्यवस्था की जाएगी।
मंत्री ने यूक्रेन से लौटे छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के बाद विधान सौधा में एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान यह घोषणा की।
उन्होंने कहा, छात्रों की पढ़ाई जारी रखना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन छात्रों से संबंधित शैक्षणिक मामलों पर चर्चा हुई है। मुख्यमंत्री (बसवराज बोम्मई) के निर्देश के अनुसार बैठक की सूचना दी गई है।
मंत्री ने कहा, इन छात्रों की शिक्षा बीच में ही नहीं रुकनी चाहिए। इस पृष्ठभूमि में युद्धग्रस्त देश से लौटे छात्रों को राज्य के मेडिकल कॉलेजों में भर्ती किया जाएगा।
राज्य में 60 मेडिकल कॉलेज हैं।
मंत्री ने कहा कि छात्रों के लिए नैदानिक प्रशिक्षण (क्लीनिकल ट्रेनिंग) भी जारी रखा जाना चाहिए और राज्य सरकार इस दिशा में कदम उठाएगी।
सुधाकर ने कहा, एक बार जब छात्रों को अपनी शिक्षा जारी रखने की अनुमति मिल जाएगी है, तो सरकार यूक्रेन से लौटे छात्रों के लिए कॉलेजों का चयन करेगी।
उन्होंने कहा कि इन छात्रों के भविष्य को आकार देने के लिए केंद्र सरकार के समन्वय से पांच सदस्यीय समिति का गठन किया जाएगा।
समिति केंद्र सरकार के साथ-साथ राष्ट्रीय चिकित्सा परिषद के साथ सरकार की मांगों के बारे में इनपुट प्रदान करेगी।
समिति उन छात्रों पर भी रिपोर्ट देगी जो अन्य देशों में भी कोविड के प्रकोप के बाद देश वापस आए हैं।
उन्होंने कहा, हमने समिति से 7 से 10 दिनों में रिपोर्ट देने को कहा है।
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Source : IANS