उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) के भीतर एक बार फिर उथल-पुथल की आशंका पैदा हो गई है। सपा के संरक्षक और लोहिया ट्रस्ट के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने गुरुवार को अहम फैसला लेते हुए अपने भाई और सपा नेता रामगोपाल यादव को ट्रस्ट के सचिव पद से हटाकर शिवपाल यादव को सचिव बना दिया।
लखनऊ में गुरुवार को लोहिया ट्रस्ट की बैठक में यह फैसला लिया गया। इस फैसले के बाद समाजवादी परिवार की रार एक बार फिर से सामने आ गई।
समाजवादी पार्टी का राज्य सम्मेलन भी होना है। इस सम्मेलन में हिस्सा लेने के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि उन्हें अभी तक कोई निमंत्रण नहीं मिला है।
लोहिया ट्रस्ट की बैठक में मुलायम सिंह यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव ने हिस्सा लिया। इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य के तौर पर भगवती सिंह, राजेश यादव भी बैठक में शामिल हुए।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव बैठक में नहीं आए। ट्रस्ट की बैठक में प्रबंध कार्यसमिति को लेकर चर्चा हुई। बैठक से पहले ही कयास लगाए जा रहे थे कि रामगोपाल यादव को ट्रस्ट से बाहर किया जा सकता है।
गौरतलब है कि पूर्व मुख्यमंत्री आखिलेश यादव ने 23 सितबंर को लखनऊ में एक सम्मेलन और 5 अक्टूबर को पार्टी का राष्ट्रीय सम्मेलन बुलाया है।
यह पहली बार है जब पार्टी के राज्य और राष्ट्रीय सम्मेलन में समाजवादी पार्टी के संस्थापक और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव को नहीं बुलाया गया है।
हालांकि मुलायम सिंह यादव ने पार्टी की बैठक से दो दिन पहले लोहिया ट्रस्ट की बैठक बुलाई थी, जिसमें रामगोपाल यादव को उनके पद से हटा दिया गया है।
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HIGHLIGHTS
- रामगोपाल यादव को मुलायम सिंह यादव ने लोहिया ट्रस्ट के सचिव पद से हटाया
- मुलायम सिंह यादव ने छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव को ट्रस्ट का नया सेक्रेटरी बनाया है
Source : News Nation Bureau