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UP पुलिस को सौंपा जाएगा मुख्तार अंसारी? सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज 

पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को यूपी पुलिस को सौंपने से पंजाब सरकार लगातार इनकार कर रही है. रूपनगर जेल के सुपरिंटेंडेंट की ओर से दाखिल एफिडेविट के मुताबिक, मुख्तार कथित तौर पर हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज़, पीठ दर्द और स्किन एलर्जी से पीड़ित है.

Updated on: 08 Feb 2021, 07:51 AM

नई दिल्ली:

उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता और माफिया डॉन मुख्यार अंसारी को लेकर उत्तर प्रदेश की योगी सरकार और पंजाब की अमरिंदर सिंह सरकार आमने सामने हैं. पंजाब सरकार ने रूपनगर जेल में बंद मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश सरकार को सौंपने से इनकार कर दिया है. सुप्रीम कोर्ट में पिछली सुनवाई में पंजाब सरकार से मुख्यार अंसारी को लेकर हलफनामा पेश करने को कहा था. जेल प्रशासन की और से दाखिल हलफनामे में अंसारी के स्वास्थ्य का हवाला दिया गया था. आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट फिर सुनवाई करेगी. उत्तर प्रदेश में मुख्तार पर मऊ, गाजीपुर और लखनऊ समेत कई जिलों में 38 मुकदमे दर्ज हैं. मुहमदाबाद थाने में उनकी हिस्ट्रीशीट खुली है. 

जेल सुपरिंटेंडेंट ने दिया बीमारी का बहाना
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के इस मामले में जेल सुपरिंटेंडेंट की ओर से एफिडेविट पेश किया गया. इसमें बताया गया कि मुख्तार अंसारी कथित तौर पर हाई ब्लडप्रेशर, डायबिटीज़, पीठ दर्द और स्किन एलर्जी से पीड़ित है. पंजाब सरकार के अनुसार, वह डॉक्टरों के परामर्श के अनुरूप काम कर रही है, और पंजाब ने उत्तर प्रदेश सरकार की अर्ज़ी को खारिज किए जाने की मांग की है.

पंजाब में क्यों बंद है मुख्तार अंसारी  
पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में रियल एस्टेट का काम करने वाले होमलैंड ग्रुप के सीईओ ने मोहाली पुलिस को शिकायत की कि 9 जनवरी 2019 को उनसे 10 करोड़ की रंगदारी मांगी गई. रंगदारी मांगने वाले ने अपना नाम यूपी का कोई अंसारी बताया था. पुलिस ने FIR दर्ज की और आरोपी बनाया बांदा के पते पर रहने वाले अंसारी को. मुख्तार अंसारी उस समय बांदा की जेल में ही बंद थे. पंजाब पुलिस केस दर्ज होने के 15 दिनों के भीतर प्रोडक्शन वारंट लेकर बांदा पहुंची और मुख्तार को लेकर आई. तब से मुख्तार रोपड़ जेल में ही बंद है. जब यूपी पुलिस मुख्तार की कस्टडी मांगती है तो पंजाब सरकार ये कहते हुए मना कर देती है कि स्वास्थ्य कारणों से मुख्तार को यात्रा करने से मना किया गया है.

कृष्णानंद राय हत्याकांड
दरअसल 9 जुलाई 2018 को मुन्ना बजरंगी की बागपत जेल में गोली मारकर हत्या कर दी गई. मुन्ना बजरंगी भी कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी था. उस समय मुन्ना बजरंगी को मुख्तार का खास शूटर माना जाता था. हालांकि बाद में दोनों के संबंध खराब हो गए थे. मुन्ना बजरंगी की हत्या के बाद अंसारी परिवार ने मुख्तार की जान को भी खतरा बताया था और सुरक्षा की मांग की थी. लखनऊ और गाजीपुर में इस तरह की बातें भी चलती हैं कि मुन्ना बजरंगी की जेल में हत्या के बाद ही मुख्तार को पंजाब शिफ्ट करने का प्लान बना.

दूसरी तरफ गाजीपुर से बीजेपी विधायक और कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को चिट्ठी लिखकर कहा कि आपने और आपकी सरकार ने मेरे पति के हत्यारे मुख्तार और उसके बेटे को राज्य अतिथि के रूप में शरण दी है. अलका राय ने प्रियंका से पूछा कि आपकी सरकार द्वारा हत्यारे को क्यों बचाया जा रहा है? अलका कई बार मुख्तार को लेकर प्रियंका गांधी को चिट्ठी लिख चुकी हैं.