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सब्सिडी खत्म होने के बावजूद सफल और किफायती रहा इस साल का हज: नकवी

नकवी ने कहा, 'इस साल का हज बहुत सफल रहा। बिचौलियों पर अंकुश लगाने और चीजों को दुरुस्त करने की वजह से सब्सिडी के बिना भी हज-2018 को महंगा नहीं होने दिया गया।'

Updated on: 30 Aug 2018, 05:08 PM

नई दिल्ली:

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज (गुरुवार) कहा कि इस साल का हज बहुत सफल रहा और सब्सिडी खत्म होने के बावजूद हाजियों पर कोई अतिरिक्त आर्थिक बोझ नहीं पड़ा। नकवी ने संवाददाताओं से कहा, 'इस साल का हज बहुत सफल रहा। बिचौलियों पर अंकुश लगाने और चीजों को दुरुस्त करने की वजह से सब्सिडी के बिना भी हज-2018 को महंगा नहीं होने दिया गया।'

उन्होंने कहा कि साल 2017 में सब्सिडी होने के बावजूद 1,24,828 हाजियों के लिए हवाई किराये के तौर पर 1030 करोड़ रुपये दिए गए थे, लेकिन साल 2018 में 1,28,702 हाजियों के लिए 973 करोड़ रुपये दिए गए । 

मंत्री ने कहा कि भारतीय हाजियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए थे। उन्होंने कहा कि इस साल 1308 महिलाएं 'मेहरम' (पुरुष अभिभावक) के बिना हज पर गई थीं और उनके रहने तथा सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए थे।

नकवी ने कहा कि निजी टूर ऑपरेटरों पर भी सख्ती की गई थी जिसके फलस्वरूप वहां भी पारदर्शिता देखने को मिली।

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मंत्री ने कहा, 'लोगों की गुमशुदगी को रोकने लिए एक विशेष ऐप तैयार किया गया था जिससे काफी मदद मिली। पिछले साल 400 लोगों की गुमशुदगी की बात सामने आई थी। इस साल सिर्फ 37 लोग गुमशुदा हुए और उनका भी पता लगा लिया गया।'