भारत और रूस 600 किलोमीटर तक मारक क्षमता वाली ब्रह्मोस मिसाइल बनाने जा रहे हैं। इसके तैयार होते ही पूरा पाकिस्तान 'ब्रह्मोस' के रडार पर होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार भारत को मिसाइल कंट्रोल रिजिम (MTCR) में शामिल होने का फायदा मिला है। इसके तहत ही रूस, भारत के साथ मिलकर यह काम करने के लिए राजी हुआ है।
MTCR के नियम के मुताबिक, इसमें शामिल देश किसी ऐसे देश के साथ मिलकर 300 किलोमीटर की रेंज से ऊपर की मिसाइल नहीं बना सकते जो MTCR में शामिल ना हों। अभी भारत के पास 300 किलोमीटर रेंज वाली ब्रह्मोस मिसाइल है। इससे पाकिस्तान के अंदरुनी इलाकों को टारगेट करना मुश्किल है।
हालांकि, भारत के पास इससे ज्यादा रेंज की दूसरी मिसाइल भी हैं। लेकिन नेक्स्ट जेनरेशन ब्रह्मोस मिसाइल की खासियत है कि वह निश्चित लक्ष्य पर आसानी से हमला कर सकता है।
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इससे पहले गोवा में 15-16 अक्टूबर को ब्रिक्स सम्मेलन से इतर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुलाकात की थी। इस दौरान भारत-रूस ने एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम S-400 और कामोव केए-226 T पर हस्ताक्षर किया था। जिससे भारतीय डिफेंस को नई शक्ति मिलेगी।
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Source : News Nation Bureau